भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को रूस से ईरान की राजधानी तेहरान पहुंच गए हैं। उनका ये दौरा काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि पूर्वोत्तर में चीन और पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को इससे करारा झटका लगेगा. वहां वह अपने ईरानी समकक्ष ब्रिगेडियर जनरल अमीर हातमी के साथ बैठक करेंगे। इस बात की जानकारी रक्षामंत्री कार्यालय ने दी। इससे पहले राजनाथ सिंह शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए रूस के तीन दिवसीय दौरे पर थे। लगातार दो पराजय मिलने के बाद ही चीन समझ गया कि लद्दाख में उससे चूक हो गई है और अब भारत उसे धोखेबाज़ी का कोई मौका नहीं देने वाला. इसीलिए चीन ने मास्को में भारत से बातचीत करने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा दिया था। करीब 140 मिनट की इस बातचीत में भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन को जो तेवर दिखाए। उससे चीन के होश उड़ना तय है। बता दें कि लद्दाख में सीमा पर जारी तनाव के बीच चीनी समकक्ष वेई वेंगहे के आग्रह पर शुक्रवार को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने उनसे मुलाकात की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा ''मास्को से तेहरान के लिए निकल रहा हूं, मैं ईरान के रक्षा मंत्री ब्रिगेडियर जनरल अमीर हातमी से मिलूंगा। राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री''। आपको बता दें कि अमेरिका के दबाव में दुनिया ईरान से दूरी बना रही है. ऐसे में चीन ने ईरान के साथ एक महाडील की थी. इस डील के मुताबिक चीन बहुत कम दाम में अगले 25 साल तक ईरान से तेल ख़रीदेगा. चीन बैंकिंग, दूरसंचार, बंदरगाह, रेलवे, और ट्रांसपोर्ट जैसी क्षेत्रों में निवेश करेगा. चीन और ईरान के बीच हो रहे समझौते में सैन्य सहयोग भी शामिल है. जिसके तहत चीन ईरान के साथ मिलकर हथियारों का विकास करेगा.