कोरोना काल में जरूरी हो गया है कि हम अपनी और अपनों की सेहत का ध्यान रखे ऐसे में हम आज आपको बताने जा रहे हैं कि Arthritis बीमारी के बारे में बताने जा रहे हैं। आमतौर पर यह मानते हैं कि Arthritis बुढ़ापे से जुड़ी बीमारी है और 50 या 60 साल की उम्र तक आप पर कोई असर नहीं डाल सकती है। यह गलत धारणा, वास्तव में, आपको नुकसान पहुंचा सकती है। Arthritis बीमारी को दूर रखने के लिए अच्छी डाइट और एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। वैसे तो Arthritis बीमारी किसी भी इंसान के जीवन में पर 30 से 50 साल की उम्र के बीच दिखाई दे सकती है लेकिन आजकल कुछ मामलों में बहुत कम उम्र में भी सामने आ रहे हैं।। Arthritis बीमारी एक प्रकार का सूजन गठिया और एक ऑटोइम्यून बीमारी है। पुरानी संयुक्त सूजन की विशेषता है, जो आमतौर पर घुटने, पैर, हाथ और उंगलियों में स्थित होती है। यह मुख्य रूप से होता है। Arthritis बीमारी का मुख्य लक्षण है आपकी उंगलियों और पैर की उंगलियों के जोड़ में ये बीमारी सबसे पहले दिखती है क्योंकि ये शरीर में सबसे छोटे होते हैं, और यदि आप इन जोड़ों में कठोरता महसूस करते हैं, तो ये आरए का पहला संकेत हो सकता है। इसके बाद आरए के कारण छोटे जोड़ों में अकड़न आमतौर पर हाथों में आने लगती है। Arthritis बीमारी को दूर रखने के लिए आपको कुछ एक्सरसाइज कर सकते हैं।
हर रोज गिलोय के काढ़े का सेवन करें।
हरसिंगार, पारिजात आदि के फूल और पत्ते गठिया से निजात पाने में मदद करते हैं।
आप हल्दी, मेथी और सौंठ का पाउडर बनाकर रख लें। हर रोज इसका सेवन करें।
हर रोज सुबह खाली पेट लहसुन की 2-3 कलियां खाएं। अगर आपको ज्यादा गर्मी लगती हैं तो आप लहसुन की कली के बीच में कट लगाकर पानी में डाल दें। इसके बाद आप इसका सेवन करें। इसके अलावा अगर आप चाहें तो देसी घी में फ्राई करके भी खा सकते हैं।
हर रोज सोने से पहले दूध में हल्दी डालकर पीएं।
गुग्गुल और चंद्रप्रभा वटी का भी रोजाना सेवन करें।
रोजाना लौकी का जूस पिएं। इससे आपको जोड़ों के दर्द के अलावा और भी कई बीमारियों से छुटकारा मिलेगा।
आप रोजाना सुबह एलोवेरा का जूस पीएं।
शहद के साथ दालचीनी पाउडर मिलाएं। इसके लिए आप अगर चाहें तो आधी चम्मच दालचीनी के पाउडर में मात्र 1 चम्मच शहद का मिलाएं और इसका सेवन करें।
स्टीम थेरेपी अर्थराइटिस निजात पाने में काफी मददगार है।
हर रोज मेथी के लड्डू खाएं। इससे गठिया के साथ-साथ और भी दूसरी बीमारियों से छुटकारा मिलेगा।
1. अगर आप कोई भी एक्सरसाइज शुरू करने जा रहे हैं तो उससे पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें। अर्थराइटिस के अधिकतर मरीजों को हल्की मोशन एक्सरसाइज ही करनी चाहिए।
2. अर्थराइटिस के इलाज के लिए सबसे बेहतर ये है कि आप किसी अनुभवी फिजियोथेरेपिस्ट से बताए गए ही एक्सरसाइज करें। ये थेरेपिस्ट आपको एक्सरसाइज करने के लिए एक बेहतर प्लान बना सकता है।
3. अर्थराइटिस के मरीजों को रोजाना जोड़ों की सिकाई करनी चाहिए।
4. आप जब अलग-अलग तरह की मोशन एक्सरसाइज करते हैं तो इस दौरान स्ट्रेचिंग और वॉर्म-अप जरूर करें।
5. जब आप एक्सरसाइज कर लें तो उसके बाद दर्द वाली जगह को बर्फ से सेंके।
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