बर्ड फ्लू की बीमारी एवियन इन्फ्लूएंज़ा वायरस H5N1 की वजह से होती है। यह वायरस पक्षियों और इंसानों को अपना शिकार बनाता है। बर्ड फ्लू इंफेक्शन मुर्गी, टर्की, गीस, मोर और बत्तख जैसे पक्षियों में तेज़ी से फैलता है। यह इन्फ्लूएंज़ा वायरस इतना ख़तरनाक होता है कि इससे इंसान और पक्षियों की मौत भी हो सकती है। अभी तक बर्ड फ्लू का बड़ा कारण पक्षियों को ही माना जाता है, लेकिन कई बार यह इंसान से इंसान को भी हो जाता है।
देश में कोरोना महामारी का कहर के साथ बर्ड फ्लू का खतरा भी मंडराने लगा है। देश के कई में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं। फिलहाल, देश के 6 राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले सामने आ चुके हैं। Rajasthan, Gujarat Madhya Pradesh, Punjab, Himachal Pradesh और Kerala में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। सबसे पहले बर्ड फ्लू के मामले Rajasthan में सामने आए थे। इसी बीच एक राहत भरी खबर भी सामने आई है, अभी तक बर्ड फ्लू के लक्षण इंसानों में नहीं पाए गए हैं। वहीं अब केंद्र सरकार भी ऐक्शन नजर आ रही है। केंद्र सरकार ने पशुपालन और डेयरी विभाग ने साथ मिलकर बर्ड फ्लू के खिलाफ काम कर रहे हैं। दोनों विभाग ने मिलकर दिल्ली में कंट्रोल रूम बनाया है। इस कंट्रोल रूम से राज्यों द्वारा बर्ड फ्लू के खिलाफ उठाए जा रहे कदमों पर नजर रखी जाएगी।
सांस लेने में दिक्कत, सिर दर्द, खांसी-जुखाम, बुखार, कफ, गले में खराश होना, उलटी, पेट में दर्द
अपने घर में न रखें पालतू पक्षी, खुले बाजार से न करें मांस की खरीदारी, लगातार अपने हाथों को सैनिटाइज करें, पक्षियों से दूर रहें उनके संपर्क में आने से बचें, Bird Flu के लक्षण दिखने पर फौरन डॉक्टर से संपर्क करें