Covid-19: कोरोना काल को शायद ही अभी तक कोई भुला पाया होगा। जिस तरीके से कोविड ने पूरी दुनिया में कोहराम मचाया था, उसे सदियों तक भूल पाना मुमकिन नजर नहीं आता। लेकिन ताजा जानकारी के अनुसार कोरोना ने अभी तक हमारा पीछा नहीं छोड़ा है। भले ही दुनियाभर में इसके मामले कम हुए हैं, लेकिन इसको लेकर खतरा कम नहीं हुआ है। चाइना में एक बार फिर से कोरोना के एक नए सबवेरिएंट JN.1 के मामले आए हैं।
डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन सेंटर (सीडीसी) के मुताबिका कोरोना का यह सबवेरिएंट, ओमिक्रॉन सबवेरिएंट BA.2.86 का वंशज है, जिसे 'पिरोला' भी कहा जाता है। वैज्ञानिकों की मानें, तो JN.1 और BA.2.86 के बीच केवल एक ही बदलाव है और वह है स्पाइक प्रोटीन में बदलाव। स्पाइक प्रोटीन जिसे स्पाइक भी कहा जाता है। यह वायरस की सतह पर छोटे स्पाइक्स जैसा दिखाई देता है।