Ganesh Chaturthi 2020: गणेश चतुर्थी का त्योहार देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है. लोग एक या दो सप्ताह पहले से ही गणपति को घर लाने की तैयारी शुरु कर देते हैं. हर कोई अपनी पसंद और आकार के गणपकि को अपने घर लाते हैं और उनकी स्थापना करते हैं. बता दें, इसे विनायक चतुर्थी (Vinayaka Chaturthi 2020) भी कहा जाता है. गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2020) 22 अगस्त, शनिवार को मनाई जा रही है। हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है। मान्यता है कि जो भी गणेश चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करता है या उनके पूजन के लिए 11 दिनों तक उनको अपने घर या मोहल्ले में विराजमान करता है, वह व्यक्ति अपने जीवन से सारे विघ्नों और कष्टों को दूर कर लेता है। उसके जीवन में शुभता का आगमन शुरू हो जाता है। ऐसे व्यक्ति को बहुत भाग्यशाली माना जाता है। भगवान गणेश शुद्धता के प्रतीक हैं। उनके आने से मांगलिक कार्यों का आरंभ होता है। माना जाता है कि गणपति बप्पा का जन्म मध्याह्न काल में हुआ था. हालांकि, इस दिन चंद्रमा देखना भी वर्जित है। कहा जाता है भगवान गणेश ने चांद को एक बार श्राप दिया था चतुर्थी के दिन जो भी तुझे देखेगा उस पर कलंक लगेगा। तब से लोग चतु्र्थी का चांद नहीं देखते। गणेशजी को लाल रंग पसंद है, इसलिए उनको लाल रंग अर्पित किया जाता है. लाल और सिंदूरी गणेश जी के प्रिय रंग हैं. मान्यता है कि गणेश जी को लाल फूल अर्पित करने से वह प्रसन्न हो जाते हैं। गणेश जी को घर पर स्थापित करने के बाद से विसर्जन करने तक उनका पूरा ख्याल रखा जाता है और उन्हें अकेला भी नहीं छोड़ा जाता.