Ganesh Visarjan Puja Vidhi & Muhurat: जानें घर पर गणेश विसर्जन की की विधि व मुहूर्त- Watch Video

01 Sep, 2020

Ganesh Visarjan Puja Vidhi & Muhurat:10 दिनों तक चलने वाले गणेशोत्सव पर घर-घर स्थापित गणेश मूर्ति का विसर्जन अंनत चतुर्दशी की तिथि पर किया जाता है। इस बार अंनत चतुर्दशी 1 सितंबर को है। इस दिन लोगों के घरों और पंडालों में विराजित बप्पा की प्रतिमा को जल में विसर्जित किया जाता है। चलिए आपको बताते हैं गणेश विसर्जन की विधि- अनंत चतुर्दशी पर सुबह स्नान करने के बाद गणेश जी की पूजा करनी चाहिए. गणेश जी की प्रिय चीजों का भोग लगाएं. गणेश मंत्र और गणेश आरती का पाठ करें. पूजा से पूर्व स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और विधि पूर्वक पूजा करें. विसर्जन करते इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि गणेश जी को आदर और भक्तिभाव के साथ विसर्जित करना चाहिए. 1 सितंबर 2020 को अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन का मुहूर्त इस प्रकार हैं- प्रात:काल का मुहूर्त: सुबह 09:10 बजे से दोपहर 01:56 बजे तक। गणेश विसर्जन का दोपहर का मुहूर्त: दोपहर 15:32 बजे से सांय 17:07 बजे तक। गणेश विसर्जन का शाम का मुहूर्त: शाम 20:07 बजे से 21:32 बजे तक। गणेश विसर्जन का रात्रिकाल मुहूर्त: रात्रि 22:56 बजे से सुबह 03:10 बजे तक है. अब आपको बताते हैं कि विसर्जन क्यों किया जाता है। प्रत्येक वर्ष अंनत चतुर्दशी तिथि पर 10 दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव के बाद गणेशजी की प्रतिमा का विसर्जन कर दिया जाता है। पुराणों के अनुसार महर्षि वेदव्यास ने गणेश चतुर्थी के दिन से भगवान गणेश को महाभारत की कथा सुनाना आरंभ किया था। लगातार दस दिनों तक वेदव्यास आंखे बंद कर भगवान गणेश को कथा सुनाते रहे और गणेशजी उसे बिना आराम किए उसे लगातार लिखते रहे। दस दिनों के बाद जब महाभारत की कथा पूरी हुई तो वेदव्यास जी ने आंखे खोली तो देखा कि लगातार लिखते हुए गणेशजी के शरीर का तापमान काफी बढ़ गया था, तब गणेशजी के तापमान को कम करने के लिए वेदव्यास ने तालाब में गणेश जी को स्नान कराया। जिसके बाद उनके शरीर का तापमान सामान्य हुआ। जिस दिन उन्होंने गणेश जी को स्नान कराया गया था उस दिन अनंत चर्तुदशी थी इसलिए इस दिन को गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया जाने लगा। आपको बता दें कि पंचांग के अनुसार अनंत चतुर्दशी 1 सितंबर को है। इस दिन से पितृ पक्ष का भी आरंभ हो रहा है। अनंत चतुर्दशी पर गणेश जी का विसर्जन करने की परंपरा है। इस दिन गणेश जी का विधि पूर्वक विसर्जन करना चाहिए। गणेश जी का आर्शीवाद मिलने से घर में सुख और समृद्धि आती है। जिस प्रकार से गणेश चतुर्थी पर गणेश जी की विधि पूर्वक स्थापना की जाती है उसी प्रकार से विसर्जन के दौरान भी विधि विधान का पालन करना चाहिए।



 

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