Hindi Journalism Day 2024: हिंदी पत्रकारिता दिवस हर साल 30 मई को मनाया जाता है। यह दिन पंडित जुगल किशोर शुक्ल द्वारा 1826 में प्रकाशित पहले हिंदी समाचार पत्र, उदन्त मार्तण्ड को समर्पित है। यह दिवस हिंदी भाषा में पत्रकारिता के विकस, उपलब्धियों और हिंदी पत्रकारिता क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए याद किया जाता है। हिंदी पत्रकारिता दिवस हमें हिंदी पत्रकारिता के महत्व को याद दिलाता है और पत्रकारों को उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए धन्यवाद देने का अवसर प्रदान करता है। आइए जानें इतिहास और महत्व।
साल 1826 में पंडित जुगल किशोर शुक्ल ने कलकत्ता से उदन्त मार्तण्ड नामक पहला हिंदी समाचार पत्र प्रकाशित किया। यह एक साप्ताहिक समाचार पत्र था। इसके प्रकाशक और संपादक पंडित जुगल किशोर शुक्ल ही थे। हिंदी भाषा के अखबार उदन्त मार्तण्ड के पहले अंक की 500 प्रतियां छापी गयी थीं। यह एक क्रांतिकारी कदम था। इस अखबार को उस समय प्रकाशित किया गया जब हिंदी भाषियों को समाचार पत्र की ज़रुरत महसूस होने लगी थी। उदन्त मार्तण्ड का अर्थ है समाचार सूर्य।
औपनिवेशिक ब्रिटिश भारत में उदन्त मार्तण्ड पहला हिंदी अखबार था। उस समय इसका बहुत महत्व था। हिंदी पत्रकारिता ने सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके साथ ही हिंदी पत्रकारिता ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन और लोकतंत्र की स्थापना में भी योगदान दिया। हिंदी पत्रकारिता ने हिंदी भाषा और संस्कृति को बढ़ावा दिया। हिंदी पत्रकारिता मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण साधन भी बना। जिसे पाठकों ने बहुत पसंद किया।
यदि बात करें आज के युग की तो डिजिटल मीडिया के उदय के साथ ही हिंदी पत्रकारिता नए चुनौतियों का सामना कर रही है। पत्रकारों को नई तकनीकों के साथ तालमेल बिठाना होगा और पाठकों को आकर्षित करने के लिए नए तरीके खोजने होंगे। हिंदी पत्रकारिता को नैतिक मूल्यों और जिम्मेदारी के साथ आगे बढ़ना होगा।