IND vs SL 3rd ODI : भारत और श्रीलंका के बीच खेली जा रही वनडे सीरीज का तीसरा और आखिरी मुकाबला 7 अगस्त को खेला जाना है। दोनों टीमों के बीच यह मुकाबला कोलंबो के आर प्रेमदासा स्टेडियम में दोपहर 2 बजे से खेला जाएगा। सीरीज का पहला मुकाबला टाई रहा था। वहीं दूसरे वनडे में श्रीलंका ने भारत को 32 रनों से हराकर सीरीज में 1-0 से बढ़त बना ली है। इस सीरीज में पहले ही टीम इंडिया पिछड़ चुकी है और अब अगर उन्हें सीरीज को बराबरी पर खत्म करना है तो किसी भी हाल में आखिरी मैच जीतना होगा। भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता टीम का मिडिल ऑर्डर रहा है। पिछले मुकाबले में रोहित और गिल के आउट होने के बाद भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरह से लड़खड़ा गई थी। ऐसे में भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ा चैलेंज इस मैच में मिडिल ऑर्डर होने वाला है। आइए जानते कि उन तीन बदलावों के बारे में जो टीम इंडिया आखिरी वनडे मैच में कर सकती है।
तीसरे वनडे में शिवम दुबे की जगह रियान पराग को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। यह फैसला कोलंबो की स्पिन-फ्रेंडली पिच को देखते हुए लिया जा सकता है। रियान पराग अपनी स्पिन गेंदबाजी और शानदार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं। रियान मध्यक्रम को मजबूत करने में मदद कर सकते हैं। दुबे ने बीते समय में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन परिस्थितियों को देखते हुए रियान पराग एक बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं। रियान को श्रेयस अय्यर की जगह भी टीम में शामिल किया जा सकता है। रियान पराग एक युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और उन्हें टीम में मौका देकर भारतीय टीम भविष्य के लिए भी तैयारी कर सकती है।
केएल राहुल को प्लेइंग में जगह दी गई। लेकिन पिछले दोनों ही मुकाबलों में उन्होंने अपना कुछ खास योगदान नहीं दिया। दूसरे मुकाबले में तो वो सिर्फ दो गेंद खेलकर बिना रन बनाए आउट हो गए थे। उन्होंने सीरीज में अबतक सिर्फ 31 रन बनाए हैं। ऐसे में उनकी जगह ऋषभ पंत को टीम में शामिल किया जा सकता है। पंत के प्लेइंग इलेवन में आने से एक बाएं हाथ के बल्लेबाज का ऑप्शन भी बढ़ जाएगा।
कोलंबो में तेज गेंदबाजों के लिए पिच ज्यादा अच्छी साबित नहीं हो रही है। इसी के चलते मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह ने अभी तक सिर्फ दो-दो विकेट अपने नाम किए हैं। ऐसे में उनकी जगह युवा पेस और अटैकिंग बॉलर हर्षित राणा को प्लेइंग 11 में शामिल किया जा सकता है। हर्षित राणा आईपीएल में तबाही मचाते हुए टीम इंडिया तक पहुंचे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक डेब्यू करने का मौका नहीं मिला है। वह गेंदबाजी के साथ बैटिंग में भी अपना योगदान दे सकते हैं।