International Day of Education 2025: अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस हर साल 24 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य दुनिया भर में शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देना, शिक्षा के अधिकार को सुनिश्चित करना और सभी लोगों को समान अवसर प्रदान करने की दिशा में जागरूकता फैलाना है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय विकास की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देना है। आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास, थीम और महत्व।
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 2018 में 24 जनवरी को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया। अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक शिक्षा लक्ष्यों को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। इस लक्ष्य का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और समान अवसर प्रदान करना है, जिससे हर किसी को शिक्षा के अधिकार का पूरा लाभ मिल सके। इस दिन के माध्यम से शिक्षा के लिए सभी देशों को एकजुट करने और शिक्षा के महत्व को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास किया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का महत्व
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस का बहुत महत्व है। शिक्षा के माध्यम से समानता, स्वतंत्रता, और विकास के सिद्धांतों को बढ़ावा मिलता है। शक्षा न केवल एक व्यक्ति की जीवनशैली को प्रभावित करती है, बल्कि यह समाज और राष्ट्र के समग्र विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इस दिन को मनाने से शिक्षा के लिए सरकारों, समाज और व्यक्तिगत स्तर पर जिम्मेदारी का अहसास होता है, और एक समृद्ध, सशक्त और साक्षर समाज के निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाए जाते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2025 की थीम
अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस की थीम हर साल अलग होती है, जो उस वर्ष के शिक्षा से जुड़े वैश्विक मुद्दों को उजागर करती है। अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा दिवस 2025 की थीम ‘स्थायी शांति के लिए सीखना’ है। इस थीम के माध्यम से शिक्षा के अधिकार, समानता और समावेशिता पर जोर दिया गया है, ताकि सभी बच्चों और वयस्कों को समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। यह दिन हमें स्मरण कराता है शिक्षा का अधिकार सभी का है और यह समाज के हर वर्ग तक पहुंचना चाहिए।