International Day of Persons with Disabilities 2024: हर साल 3 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस मनाया जाता है। यह दिन विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों और उनकी समानता के लिए मनाया जाता है। इस दिन के माध्यम से लोगों में जागरूकता बढ़ाई जाती है। इस दिवस का उद्देश्य एक ऐसे समाज का निर्माण करना है, जहां विकलांग व्यक्ति भी समान अधिकारों और अवसरों का लाभ उठा सकें। आइए जानतें इस दिन का इतिहास, महत्व और थीम।
अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस का इतिहास
अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 1992 में की थी। इसका उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों की सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक समानता सुनिश्चित करना। 1981 को संयुक्त राष्ट्र ने ‘विकलांग व्यक्तियों का अंतरराष्ट्रीय वर्ष’ घोषित किया था। इसके बाद 1983-1992 को ‘विकलांग व्यक्तियों के लिए संयुक्त राष्ट्र दशक’ घोषित किया गया। अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस विकलांग व्यक्तियों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण को बदलने का अवसर प्रदान करता है।
अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस का महत्व
अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस के दिन विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों और समस्याओं के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं। यह दिवस विकलांग लोगों के साथ भेदभाव को खत्म करने और उन्हें समाज में समान भागीदारी देने की दिशा में प्रेरित करता है। यह सरकारों, गैर-सरकारी संगठनों और अन्य संस्थानों को विकलांग व्यक्तियों के कल्याण के लिए नीतियां और योजनाएं बनाने के लिए प्रेरित करता है। अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस का मुख्य उद्देश्य विकलांग व्यक्तियों को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और अन्य क्षेत्रों में समान अवसर प्रदान करना है।
अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस 2024 की थीम
हर साल इस दिवस के लिए एक विशेष थीम निर्धारित की जाती है। जो कि विकलांग व्यक्तियों से जुड़े किसी विशेष मुद्दे को उजागर करती है और उनके अधिकारों पर ज़ोर देती है इस साल अंतर्राष्ट्रीय विकलांग दिवस 2024 की थीम “समावेशी और टिकाऊ भविष्य के लिए विकलांग व्यक्तियों के नेतृत्व को बढ़ावा देना।”(Amplifying the leadership of persons with disabilities for an inclusive and sustainable future)है। समाज का विकास तभी संभव है जब हर व्यक्ति, चाहे वह किसी भी प्रकार की विकलांगता से पीड़ित हो, सम्मान और समानता के साथ जीवन जी सके।