JagranDialogues: Mental Health से जुड़ी परेशानी से बचे रहने के लिए ये बेहद जरूरी है कि हमें इसके बारे में पता हो। मेंटल हेल्थ एक गंभीर विषय है और इसके बार में जानकारी होना बहुत जरूरी है।
आज के इस जागरण डायलॉग्स (JagranDialogues) episode में हमारे साथ जुड़ी हैं Ms Nina Kler. नैना एक mental health एक्सपर्ट हैं और इस विषय पर काफी समय से लोगों को जानकारी दे रही हैं। दूसरी एक्सपर्ट हैं Ms Esha Mehta, ये एक clinical psychologist और psychotherapist हैं। Esha Mehta पहले भी हमारे फैक्ट चेकिंग यूनिट Vishvas news, Jagran New Media के लिटरेसी प्रोग्राम्स में दर्शकों को mental health पर जानकारी दे चुकी हैं।
हम सब पूरे एक साल कोरोना महामारी के चपेट में रहे। शुरुआत में तो हम सब अपने घरों में ही कैद रहे लेकिन अब धीरे-धीरे अपने पुराने lifestyle को वापस लाने के लिए हम बाहर जाने लगे हैं, लेकिन मास्क और सैनेटाइजर के साथ। हम मास्क और सैनेटाइजर के साथ ऑफिस जा रहे हैं। लेकिन कोरोना ने शरीर के साथ मेंटल हेल्थ पर भी प3भाव डाला है। एक्सपर्ट्स की मानें, तो करीब 7.5 परसेंट भारतीय किसी न किसी मेंटल हेल्थ की समस्या से जूझ रहे हैं। आज हम इस वीडियो में हमारे एक्सपर्ट से इसी विषय पर बात करने वाले हैं। मेंटल हेल्थ में इमोशनल, साइकोलॉजिकल और सोशल वेल बीइंग जैसे विषय शामिल हैं।
इस सवाल का जवाब देते हुए, नीना ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य के बारे में एक साल से बात की जा रही है। उन्होंने कहा, '' कोरोना महामारी के दौरान लोगों को इस बात का अंदाजा नहीं था कि उनके जीवन में क्या हो रहा है। और फिर जीवन की हानि, नौकरियों की हानि, आय की हानि जैसी चीजें हुईं, जिससे लोगों में तनाव, चिंता और अवसाद जैसे मानसिक स्वास्थ्य जैसी समस्याएं पैदा हुई। एक बात जिस पर ध्यान दिया गया, वह यह था कि जो लोग पहले से ही मानसिक स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे थे, उनमें वृद्धि हुई, लेकिन जिन लोगों को कभी कोई शिकायत नहीं थी, उनमें भी मानसिक स्वास्थ्य की शिकायत हुई। लोग यह पता लगाने में सक्षम नहीं हैं कि वास्तव में उनके साथ क्या हो रहा है।
ईशा मेहता ने मानसिक बीमारी क्या है, इसके बारे में बताया कि "यह आपके brain का एक chemical imbalance है।" उन्होंने आगे कहा, "अच्छी बात यह है कि इसका इलाज हो सकता है और जागरूकता जरूरी है। यदि आप भी थोड़ा चिंतित महसूस कर रहे हैं, तो इससे डरें नहीं, पहले लक्षणों को ट्रैक करने का प्रयास करें। अपने आप से कनेक्ट करें। आपको अगर लगता है कि चिंता आपके व्यक्तिगत और जीवन पर प्रभाव डाल रही है, तो इस मामले में, डॉक्टर से जरूर जांच कराएं, ये बहुत जरूरी है। Doctor, psychiatrist, mental health specialist सभी इसके लिए काम कर रहे हैं, इसलिए इसका इलाज संभव है।