Kanwar Yatra 2025 : कांवड़ यात्रा एक पवित्र और धार्मिक यात्रा है। जो कि सावन महीने के साथ ही शुरु हो जाती है। यह यात्रा सावन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती है। इस साल इस धार्मिक यात्रा का आरंभ 11 जुलाई 2025 को होगा। इस यात्रा के दौरान भक्त गंगा नदी का जल शिवालयों में लाते हैं और भगवान शिव को चढ़ाते हैं। यह यात्रा बहुत कठिन होती है क्योंकि कांवड़ लेने के लिए सैंकड़ों किलोमीटर तक पैदल ही नंगे पैर चलना होता है और साथ ही कांवड़ को कंधे पर रखकर लाना होता है इसे जमीन पर नहीं रख सकते हैं। लेकिन क्या इस कठिन यात्रा को महिलाएं कर सकती हैं? आइए इसके महत्वपूर्ण प्रश्न के बारे में विस्तार से जानें।
महिलाएं कर सकती हैं कांवड़ यात्रा?
कहा जाता है कि पहले के समय में केवल साधू संत की कांवड़ यात्रा करते थे। लेकिन समय के साथ इस यात्रा को हर वर्ग, हर जाति, समुदाय के लोग करने लगे और इस धार्मिक यात्रा में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने लगे। कांवड़ यात्रा बहुत मुश्किल यात्रा होती है क्योंकि इसमें कई नियमों का पालन करना होता है और कई मुश्किल रास्तों से गुजरना पड़ता है इसलिए इस यात्रा में केवल युवा ही जाते थे। परंतु समय के साथ किशोर, वयस्क और बुजुर्ग लोग भी कांवड़ यात्रा में जाने लगे। लेकिन कई जगह देखा जाता है कि महिलाएं भी इस कांवड़ लेने जाने लगी हैं। यदि धार्मिक दृष्टि से देखा जाए तो महिलाएं पर इस यात्रा में जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। वहं कांवड़ यात्रा कर सकती हैं। परंतु फिर भी महिलाएं कम ही इस यात्रा का हिस्सा बनती हैं जिसका कारण सामाजिक, पारिवारिक और सुरक्षात्मक दृष्टिकोण माना गया है। परंतु अब समय बदल गया है महिलाएं समूह बनाकर कांवड़ लेने जा सकती हैं। कांवड़ यात्रा के लिए महिलाओं पर भी वहीं नियम लागू होते हैं जो पुरुषों पर लागू होते हैं। लेकिन महिलाओं को इस यात्रा के दौरान कुछ खास नियमों का पालन करना चाहिए। आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में।
कांवड़ यात्रा में महिलाओं के लिए नियम
महिलाओं को कांवड़ यात्रा के दौरान कपड़ों का चुनाव सोच-समझकर करना चाहिए। क्योंकि इस यात्रा के समय काफी गर्मी होती है। इसलिए ढीले और आरामदायक कपड़ों का चयन करें।
सुरक्षा का ध्यान रखते हुए महिलाओं को अकेले यात्रा करने के बजाय समूह में यात्रा चाहिए। यात्रा के दौरान सतर्क रहें और अपने सामान का ध्यान रखें।
कांवड़ यात्रा में पैदल और नंगे पैर चलना पड़ता है। इसलिए शारीरिक का ध्यान रखें।
महिलाओं साथ पानी, दवाईयां, पहचान पत्र और अन्य जरुरत का सामन साथ रखना चाहिए। स्वास्थ्य से जुड़ी सावधानियां बर्तनी चाहिए।
कांवड़ यात्रा में सभी नियमों को पालन रखना चाहिए। कांवड़ को ज़मीन पर नहीं रखना, शुद्धता बनाए रखना, और भगवान शिव के प्रति श्रद्धा रखना आदि नियमों का पालन करना चाहिए।
कांवड़ यात्रा पवित्र और धार्मिक यात्रा है इसलिए मासिक धर्म के दौरान इस यात्रा को नहीं करना चाहिए।
डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट, लोक मान्यताओं और अन्य माध्यमों से ली गई है। जागरण टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।