National Mango Day 2023: आम को फलों का राजा कहा जाता है। हर वर्ष 22 जुलाई National Mango Day मनाया जाता है। आम खाना सभी को पसंद है। आम का इस्तेमाल कई तरीकों से किया जाता है। आम का सीज़न न भी हो तब भी लोग किसी न किसी रुप में आम का स्वाद चखते ही हैं। आम का अचार, शेक, मुरब्बा, स्मूदी, आइसक्रीम और मैंगो से बनी ड्रिंक्स को काफी पसंद किया जाता है। आम की अलग-अलग किस्म होती हैं और इन्हें अलग-अलग नामों से जाना जाता है। आइए जानते हैं आमों के नाम के पीछे की दिलचस्प कहानी
आम को वैसे तो कई नामों से जाना जाता है लेकिन इंग्लिश में आम को “मैंगो” कहा जाता है। अंग्रेज़ी का मैंगो नाम भी भारत की ही देन है। दक्षिण भारत में आम को “मांगा” और “आमकाय” नाम से जाना जाता था। जब पुर्तगाली भारत आए तो उन्होंने केरल में व्यापार शुरु किया। पुर्तगालियों ने आम को ‘‘मंगा’’ कहना शुरू किया और मंगा से मैंगो शब्द ने जन्म लिया।
आमा का “चौसा” नाम इतिहास से जुड़ा है। जब शेरशाह सूरी और हुमायूँ के बीच में झगड़ा हुआ था तो शेरशाह सूरी ने हुमायूँ को पराजित कर दिया। उसके बाद शेरशाह ने बिहार में स्थित चौसा में अपनी विजय का जश्न मनाया। इस जश्न में खाने-पीने की तमाम चीज़ों का इंतज़ाम किया गया। खाने की चीज़ों के साथ यहां आम भी मौजूद थे। शेरशाह को आम का स्वाद बहुत पसंद आया और उसने इस आम को चौसा नाम दिया।
एक जनश्रुति के अनुसार एक दिव्यांग व्यक्ति ने इस आम को सबसे पहले उगाया था। दिव्यांग व्यक्ति ने अपने बगीचे में लंगड़े आम का एक पेड़ लगया। जब इस पेड़ पर आए तो लोगों ने उसका को स्वाद बहुत पसंद आया। यह देखकर उस दिव्यांग व्यक्ति ने और अधिक पेड़ लगाना शुरु की दिए। उसके बाद से ये आम बहुत प्रसिद्ध हो गया और दिव्यांग द्धारा लगाए गए आम का नाम लंगड़ा ही पड़ गया।
आम को भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के और देशों में भी पसंद किया जाता है। आम को फलों का राजा कहते हैं यह भारत, पाकिस्तान और फिलीपींस का राष्ट्रीय फल है। आम का इतिहास तकरीबन 5000 साल पुराना है। आम खाने में बहुत स्वादिष्ट होता है। आम के बारे में लोगों को ज्यादा से ज्यादा पता चले इसलिए अमेरिका ने मैंगो प्रमोशन , रिसर्च एंड इन्फॉर्मेशन ऑर्डर के तहत साल 2005 में नेशनल मैंगो बोर्ड का गठन किया। इसलिए नेशनल मैंगो डे मनाया जाने लगा। कहा जाता है कि आम की उत्पत्ति भारत, म्यांमार और अंडमान द्वीप समूह में हुई थी। इसके बाद आम दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचा।