National Pollution Control Day 2024: राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस हर साल 2 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और प्रदूषण की समस्याओं को नियंत्रित करने के लिए मनाया जाता है। यह दिन के माध्यम से लोगों को प्रेरित किया जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण प्रदूषण के दुष्प्रभावों को समझना और इसे रोकने के उपायों पर विचार करना है। आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास, महत्व और थीम।
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस का इतिहास
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस का सीधा संबंध 2-3 दिसंबर 1984 को हुई भोपाल गैस त्रासदी से है, जो दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक थी। इस दुर्घटना में हजारों लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। वहीं लाखों की संख्या में लोग स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार हुए। यह त्रासदी भारत ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व को पर्यावरणीय सुरक्षा के महत्व की ओर जागरूक करने वाली घटना बन गई। इस त्रासदी की याद में 2 दिसंबर को राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है, ताकि ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके और प्रदूषण नियंत्रण के लिए लोगों को जागरुक किया जा सके।
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस का महत्व
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस प्रदूषण नियंत्रण के महत्व और उसके उपायों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का अवसर प्रदान करत है। प्रदूषण के कारण उत्पन्न होने वाले स्वास्थ्य जोखिमों को पहचानने और उन्हें कम करने के उपायों पर जोर दिया जाता है। यह दिन स्थायी और प्रदूषण रहित विकास के तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है साथ ही उद्योगों में प्रदूषण को रोकने और पर्यावरणीय सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करने की आवश्यकता को रेखांकित करता है। राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों और पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकियों के उपयोग को बढ़ावा देता है।
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस 202 की थीम
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस की हर साल एक थीम होती है। जो प्रदूषण से संबंधित किसी खास मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करती है। इसका उद्देश्य लोगों को प्रदूषण के कारण हो रहे पर्यावरणीय और स्वास्थ्य संकट के प्रति जागरूक करना है।