Pregnancy Symptoms: आप प्रेगनेंट हैं या नहीं, महिलाओं के लिए यह उधेड़बुन बहुत आम है। अक्सर ऐसा होता है कि प्रेग्नेंसी के लक्षणों को वो समझ नहीं पातीं. अगर आप भी प्रेग्नेंसी के लक्षणों को जानना चाहती हैं जो हम आपको बता रहे हैं ऐसे शुरुआती लक्षण, जो हर महिला के शरीर में बदलाव के तौर पर दिखाई देते हैं.
पीरियड्स ना होना- ये लक्षण प्रेग्नेंसी को लगभग कंफर्म करने वाला है. महिला जब गर्भवती होती होती है तो उसे पीरियड्स नहीं आते. ऐसे में डॉक्टर के पास जाती हैं तो वो भी पहले प्रेग्नेंसी टेस्ट ही कराते हैं. बहुत अधिक थकान- गर्भ धारण करने के पहले हफ्ते से ही बहुत अधिक थकान होना, खासतौर पर सुबह के समय थकान, एक प्रमुख लक्षण है। इस अवस्था में शरीर में प्रोजेस्टोरोन हार्मोन बनता है जिससे शरीर बहुत जल्दी थक जाता है।
ब्रेस्ट के आकार में परिवर्तन- गर्भावस्था के शुरुआती दिनों से ही ब्रेस्ट के आकार में बदलाव महसूस होने लग जाता है। यह एक बेहद सामान्य लक्षण है। दरअसल, ब्रेस्ट के ऊतक हॉर्मोन के प्रति अति संवेदनशील होते हैं। गर्भ धारण करने के साथ ही हॉर्मोन जनित बदलाव शुरू हो जाते हैं, जिससे ब्रेस्ट में सूजन या फिर भारीपन आ जाता है।
शरीर का तापमान बढ़ना- यूं तो मासिक धर्म के दौरान भी महिलाओं के शरीर का तापमान बढ़ता है, मगर मासिक धर्म के बाद 10 से 18 दिनों तक शरीर का तापमान बढ़ा रहे, तो यह भी गर्भधारण का लक्षण है। इस बाबत स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. रेनू सिंह गहलौत कहती हैं कि गर्भावस्था के दौरान 0.5 सेंटीग्रेट तक शरीर का तापमान बढ़ जाता है। इसे बुखार से कंफ्यूज नहीं करें और बुखार की दवा नहीं लें।
मॉर्निंग सिकनेस- सुबह उठते ही कमजोरी महसूस होती है. कुछ अच्छा नहीं लगता. उल्टी आने जैसी फीलिंग होती है पर आती नहीं. कुछ विशेष खाने की इच्छा- गर्भावस्था के हॉर्मोन आपके पसंदीदा भोजन की लालसा को प्रकट करने में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं और कुछ ख़ास महक से चिढ़ का कारण भी बन सकते हैं। गंध के लिए अचानक बढ़ती संवेदनशीलता, चटपटे स्वाद की लालसा और कुछ खाद्य पदार्थों से चिढ़ – गर्भाधान के बाद शुरुआती हफ्तों के दौरान हो सकती है और यह पूरी गर्भावस्था के दौरान जारी रह सकता है या नहीं भी। कुछ गर्भवती महिलाओं में मासिक धर्म ना होने से पहले ही भूख ना लगने की परेशानी शुरू हो जाती है।