Pros-Cons Of Eyelash Extension: घनी और खूबसूरत पलकें आखिर किसको नहीं पसंद। अगर आपकी आंखें सुंदर हों, तो चेहरे की सुंदरता और बढ़ जाती है। आंखों की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए वैसे तो बहुत से लोग कई तरह के कॉस्मेटिक प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आजकल आईलैश एक्सटेंशन काफी चलन में है। दरअसल, आईलैश एक्सटेंशन पलकों को मोटा और बेहद खूबसूरत बनाने का एक सिंपल तरीका है। इसमें आंखों के लैशेज को एक्सटेंड कर दिया जाता है। वैसे तो आजकल सिंथेटिक, मिंक और सिल्क स्टाइल के लैश एक्टेंशन ट्रेंड में हैं।
पलकों को खूबसूरत दिखाने के लिए बालों की नकली परत को लगाया जाता है। इस परत में अपके चेहरे के अनुसार सूट करते हुए बालों को घना, लंबा, मुड़ा हुआ लगाकर आंखों को एक बिल्कुल नया लुक दिया जाता है। इन बालों को पलकों पर स्किन फ्रेंडली ग्लू के जरीए चिपकाया जाता है। यह स्थाई एक्सटेंशन होता है। अगर आप ये करवा लेंगी तो इससे हर रोज मेकअप के साथ नकली आइलैश लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
वैसे तो इस आईलैश एक्सटेंशन को परमानेंट माना जाता है लेकिन नेल एक्सटेंशन के जैसे ही इसमें भी हर महीने रीफीलिंग कराने की जरूरत पड़ती है। इसमें पलकों पर दोबारा आइलैश को सेट किया जाता है। एक्सटेंशन को बार-बार सुधारने की जरूरत पड़ती है। इसके अलावा तो इसमें कोई problem नहीं होती है।