Solar Eclipse 2025 Date: सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है, जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है, जिससे सूर्य का पूरा या आंशिक भाग ढक जाता है तो इसे सूर्य ग्रहण कहते हैं। यह मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है पूर्ण, आंशिक और वलयाकार सूर्य ग्रहण। यह घटना तब घटित होती है जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में होते हैं। धार्मिक दृष्टि से सूर्य ग्रहण को अशुभ माना जाता है। इस दौरान कोई भी शुभ और मांगलिक काम करने की मनाही है। सूर्य ग्रहण से पहले 12 घंटे सूतक काल शुरू हो जाता है। आइए जानते हैं कब लगेगा साल पहला सूर्य ग्रहण और जानें सूतक काल।
सूर्य ग्रहण 2025 तिथि और समय
- सूर्य ग्रहण अमावस्या तिथि को लगने जा रहा है।
- साल का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च को लगेगा।
- सूर्य ग्रहण की शुरुआत दोपहर 02 बजकर 20 मिनट पर होगी।
- इस ग्रहण का समापन शाम 06 बजकर 16 मिनट पर होगा।
- यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण है।
- यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा।
- इसलिए इसका सूतक काल भी भारत में भी मान्य नहीं होगा।
- वहीं साल का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगेगा।
सूर्य ग्रहण कहां दिखाई देगा
साल का पहला सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। यह यूरोप, आयरलैंड, फ्रांस, यूरोप, उत्तर-पश्चिमी रूस, फ़िनलैंड और रूस समेत आदि देशों में दिखाई देगा।
सूर्य ग्रहण के समय क्या न करें
सूर्य ग्रहण के समय कुछ ऐसा कार्य हो होते हैं जिन्हें नहीं करने से बचना चाहिए। ग्रहण के समय भोजन पकाने या खाने से बचें क्योंकि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह अशुभ माना जाता है। गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर से बाहर नहीं जाना चाहिए। सूतक काल के समय और सूर्य ग्रहण के समय पूजा पाठ करने से बचना चाहिए। ग्रहण के समय मंदिरों के पट बंद कर दिए जाते हैं।