डब्ल्यूएचओ ने चीनी अधिकारियों को फटकार लगाई है। डब्ल्यूएचओ ने तीन साल पहले के डेटा का खुलासा न करने के कारणों के बारे में भी पूछा है। चीन ने जनवरी में डेटा साझा करने के बाद इसको हटा दिया जिसे लेकर डब्ल्यूएचओ के अधिकारियों ने चीन के अधिकारियों को फटकार लगाई है। वायरस विशेषज्ञों की अंतरराष्ट्रीय टीम ने शोध को डाउनलोड किया था और विश्लेषण करना शुरू कर दिया था। टीम ने यह खुलासा किया है कि कोरोना महामारी अवैध रूप से बिकने वाले रैकून कुत्तों से हुई थी।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधानोम गेब्रेयेसस ने कहा है कि, ‘‘ये आंकड़े तीन साल पहले साझा किए जा सकते थे और साझा किए जाने चाहिए थे। लापता सबूतों को अब अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ तुरंत साझा करने की जरूरत है।’’ वायरस विशेषज्ञों की अंतरराष्ट्रीय टीम लोमड़ी जैसे जानवर रैकून कुत्ते से वुहान में कोरोना फैलने की आशंका जताई है। टीम का मानना है कि जानवर संक्रमित हो सकते हैं और मनुष्यों में वायरस को प्रेषित कर सकते हैं।