Asanas for Thyroid Disorders: हर कोई healthy जीवन जीना चाहता है। लेकिन हमारा लाइफस्टाइल, हमारा खान-पान हमारी हेल्थ पर प्रभाव डालते है। पहले के मुक़ाबले आज के समय में कई समस्याओं का सामना कराना पडता है। बात करे थायराइड की, तो थायराइड की समस्या आम सी समस्या होती जा रही है। हर दसवां व्यक्ति भारत में इस बीमारी से परेशान है। थायराइड की समस्या महिलाओं में ज़्यादा देखने को मिलती है। पुरुषों से मुकाबले महिलाओं को 10 गुना अधिक problem है। अगर कम खाने के बावजूद आपका वजन तेजी से बढ़ता है तो यह थायराइड में होता है। इसलिए समय रहते इस तरफ ध्यान देना ज़रूरी है।
सर्वांगासन की विधि
सभी योग आसन का राजा सर्वांगासन को कहा जाता है। सर्वांगासन शरीर के हर अंग पर प्रभाव डालता है।
सबसे पहले आसन पर सीधे लेटें जाये फिर पांवों को तान कर साँस भरते हुए धीरे-धीरे हाथों पर दबाव देते हुए 90 अंश तक ले जाएं।
थोड़ा रुककर साँस बाहर निकालते हुए, कमर को उठाते हुए दोनों पैरों को ज़मीन से समान करें।
अब दोनों हाथों का सहारा पीठ को दें। हाथ जितने नीचे रहेंगे, पीठ उतनी ही सीधी होगी।
अब धीरे से दोनों पैरों को आकाश की ओर उठा दें। ठोड़ी कंठकूप में।
कंधों से लेकर पैर की अंगुलियों तक शरीर एक सीध में रहे। कोहनियां अंदर की ओर रहें। पैरों को ढीला करें।
पूर्ण सर्वांग में आने पर श्वास स्वाभाविक स्थिति में लें।
धीरे-धीरे इस आसन का अभ्यास बढ़ाते हुए दस मिनट तक कर सकते हैं। ध्यान रहे वापिस आते हुए भी कोई झटका न लगे। पहले दोनों पैरों को ज़मीन से समान करें। फिर पीठ को लगाते हुए 90 अंश तक लाएं और साँस भरकर पांवों को धीरे-धीरे ज़मीन पर ले आएं।
नीचे आते ही थोड़ा आराम करे। कुछ देर बाद दोबारा करे।
सेतुबंधासन की विधि
सेतुबंधासन में शरीर सेतु के समान आकार में हो जाता है, इसलिए इसे सेतुबंधासन कहा जाता है।
सबसे पहले शुरुआत में अपने पीठ के बल लेट जाएँ।
अपने घुटनो को मोड़ लीजिये। एक सीध में घुटनो और पैरों को रखते हुए, दोनों पैरों को एक दुसरे से 10-12 इंच दूर रखते हुए फैला लीजिये।
हाथों को शरीर के साथ रख लीजिये। ध्यान रहे हथेलियाँ ज़मीन पर रहे।
साँस लेते हुए, धीरे से अपनी पीठ को ज़मीन से उठाएँ। धीरे से अपने कन्धों को अंदर की ओर लीजिये। बिना ठोड़ी को हिलाये अपनी छाती को अपनी ठोड़ी के साथ लगाएँ और अपने कन्धों, हाथों व पैरों को अपने वज़न का सहारा दें। शरीर के निचले हिस्से को इस दौरान स्थिर रखें। दोनों थाई इस दौरान एक साथ रहेंगी।
अपने हाथों को ज़मीन पर दबाते हुए शरीर के ऊपरी हिस्से को उठा सकते हैं। अपनी कमर को अपने हाथों द्वारा सहारा भी दे सकते हैं।
आसन को 1-2 मिनट बनाएँ रखें और साँस छोड़ते हुए आसन से बहार आ जाएँ।