महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। देशमुख सीएम उद्धव ठाकरे को अपना इस्तीफा सौंप चुके हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के कोटे से अनिल देशमुख गृह मंत्री थे। वहीं, अनिल देशमुख ने राज्यपाल की जगह सीएम को अपना इस्तीफा दिया। आपको बता दें कि आज ही बॉम्बे हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के लिए आदेश दिया है। दरअसल, ये फैसला हाईकोर्ट ने मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह की ओर से दायर की गई याचिका पर दी है। अनिल देशमुख पर परमबीर सिंह ने वसूली के लिए टारगेट देने का आरोप लगाया था और इसी सिलसिले में सीबीआई जांच की मांग भी की थी। परमबीर सिंह के लगाए आरोपों के बाद ही अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग की जा रही थी। हाई कोर्ट के फैसले के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया है।
इसपर अब केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने के बारे में कहा है। अठावले ने कहा, 'महाराष्ट्र सरकार का कार्यकाल पूरा होगा ऐसा लगता नहीं है। पूरे देश में कोरोना के 60-65% मामले महाराष्ट्र से आ रहे हैं। क़ानून व्यवस्था बिगड़ गई है। मैंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर कहा है कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए।' अठावले ने आगे कहा, 'महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख को इस्तीफा देनी की ज़रूरत थी। उन्हें NCP और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा बचाने की कोशिश की गई थी। शरद पवार ने अनिल देशमुख को इस्तीफा देनी की इजाज़त दे दी है, यह अच्छी बात है।'
वहीं, प्रदेश के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख का इस्तीफा पहले होना चाहिए था, जिस समय उनपर आरोप लगे थे। उच्च न्यायालय ने मामले में हस्तक्षेप किया उसके बाद गृह मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे खामोश क्यों है? उनकी चुप्पी बेचैन करने वाली है।'