H3N2 Virus: एच3एन2 वायरस संक्रमण का असर युवा और बुजुर्ग दोनों में हो रहा है। यह संक्रमण एक संक्रमित व्यक्ति द्वारा छोड़ी गई सांस की हवा की बूंदों से अन्य व्याक्तियों में फैलता है। ऐसे में सावधानी बरतने की कोशिश करनी चाहिए। स्वास्थ्य विशेषज्ञों कि मानें तो वायरल संक्रमण उन लोगों पर प्रभाव डाल सकता है जिनका इम्यून सिस्टम बेहद कमज़ोर है।
जिन लोगों का इम्यून सिस्टम कमज़ोर है उन्हें अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। जो लोग 65 वर्ष की आयु से अधिक हैं उनको भी इस वायरस से खतरा है। इनके अलावा गर्भवती महिलाएं, अस्थमा, मधुमेह, हृदय रोगियों को भी इसमें सावधानी बरतनी चाहिए। 5 साज से कम आयु के बच्चे को इस संक्रमण से अधिक खतरा है। एच3एन2 से संक्रमित लोगों में सर्दी, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, दर्द, थकान और भूख ना लगना जैसे लक्षण देखे जा सकते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि वायरल संक्रमण उन लोगों पर प्रभाव डाल सकता है जिनका इम्यून सिस्टम बेहद कमज़ोर है।