Bangladesh Crisis: बांग्लादेश इन दिनों राजनीतिक उठापटक के दौर से गुजर रहा है। आरक्षण के मुद्दे को लेकर शुरू हुई हिंसा ने इतना बड़ा रूप ले लिया कि प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश छोड़ना पड़ गया। इसके बाद हर तरफ आगजनी और आंदोलनों का दौर आया। कुछ ऐसा ठीक 15 अगस्त 1975 के दिन भी हुआ था। उस समय शेख हसीना ने अपने परिवार को खो दिया था। देश के ऐसे हालातों पर शेख हसीना ने कहा कि “आरक्षण को लेकर जो भी आंदोलन हुए उसमें छात्र शामिल नहीं थे”। तो ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि क्या बांग्लादेश भी पाकिस्तान की राह पर चल पड़ा है।