Manmohan Singh Death: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह दुनिया को अलविदा कह चुके हैं। लेकिन उनकी कुछ वीडियो अब काफी तेजी से वायरल हो रही हैं। जिनमें उनकी शायरी एक वीडियो भी शामिल है। इसमें सुषमा स्वराज को शायराना अंदाज में मनमोहन सिंह जवाब देते नजर आ रहे हैं। सुषमा का निधन साल 2019 में हुआ था वह एक प्रखर वक्ता थीं। उनका बात करने का अंदाज बहुत शानदार था और शब्दों का चयन करना उन्हें बखुबी आता था। एक बार उन्होंने संसद में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से शायराना अंदाज में सवाल किया और शहाब जाफरी का एक शेर कहा।
‘‘तू इधर उधर की न बात कर, ये बता कि काफिला क्यों लुटा,
हमें रहजनों से गिला नहीं, तेरी रहबरी का सवाल है’’
सुषमा स्वराज को जवाब देने के लिए मनमोहन सिंह ने अल्लामा इकबाल का शेर कहा।
‘‘माना कि तेरी दीद के काबिल नहीं हूं मैं,
तू मेरा शौक देख मेरा इंतजार देख’’
डॉ. मनमोहन सुषमा स्वराज को ऐसे भी जवाब दे सकते हैं इस बात का अंदाजा संसद में बैठे किसी व्यक्ति को नहीं था। उनकी शायरी सुनकर संसद में तालियां और हंसी की अवाज गुंजने लगी। जिस संसद में हमेशा एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप और इल्जाम लगाया जाता है उस संसद का माहौल ही बदल गया। इस सब के बीच खुद सुषमा स्वराज भी अपनी हंसी रोक नहीं पाईं।
इसके बाद 2013 में दोनों की बीच फिर मुकाबला हुआ। इस बार मनमोहन सिंह ने सुषमा स्वराज पर शायराना तंज कसते हुए मिर्जा गालिब का शेर सुनाया।
‘‘हमको उनसे है वफा की उम्मीद
जो नहीं जानते वफा क्या है’’
सुषमा स्वराज ने बशीर बद्र का पढ़ा और मनमोहन सिंह को जवाब दिया।
‘‘कुछ तो मजबूरियां रही होंगी
यूं ही कोई बेवफा नहीं होता’’
इसके बाद उन्होंने दूसरा शेर सुनाया।
‘‘तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं,
जिंदगी और मौत के दो ही तो तराने हैं,
एक तुम्हें याद नहीं एक हमें याद नहीं’’
डॉ मनमोहन सिंह ने इसके अलावा भी कई बार संसद में शायरी सुनाई है। एक बार उन्होंने संसद में अल्लाम इकबाल की नज्म पढ़ी थी। ‘‘सारे जहां से अच्छा, हिंदुस्तां हमारा.....