Ashtami-Navami kanya pujan: चैत्र नवरात्रि की अष्टमी और नवमी को बहुत खास माना जाता है। इस दिन कन्या पूजन किया जाता है। इसे कंजक पूजन नाम से ही जाना जाता है। जिसमें कन्याओं की पूजा की जाती हैं उन्हें भोजन कराया जाता है और उन्हें उपहार दिया जाता है। कन्या पूजन में 1 से 10 वर्ष की नौ कन्याओं की पूजा की जाती है। अष्टमी और नवमी के दिन कन्याओं को भोज कराया जाता है। कन्याओं को भोज कराने के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है और इसके बाद माता की विदाई की जाती है। पूजा के बाद कन्याओं को भोजन कराया जाता है। यह भोजन शुद्ध और सात्विक होना चाहिए।
सूजी का हलवा
कन्या पूजन में सूजी का हलवा बनाया जाता है। इस दिन सूजी, देसी घी, चीनी, पानी, किशमिश, काजू और इलायची की जरुरत होती है। इसके लिए सबसे पहले कढ़ाई में घी गर्म करें इसमें सूजी सुनहरी होने तक भूनें। इसके बाद पानी में चीनी घोलकर गरम करें और धीरे-धीरे सूजी में मिलाएं। इसे लगातार चलाते रहें। इसमें इलायची पाउडर और सूखे मेवे डाल दें।
काले चने
कन्या भोज में कन्याओं को खिला सकते हैं। इसे बनाने के लिए काले चने, तेल, जीरा, हींग, अदरक, हरी मिर्च और नमक की जरुरत पड़ती है। सबसे पहले चनों को पानी में भगों दें उसके बाद इन्हें उबाल लें। इसे हल्के तेल में जीरा, हींग और अदरक के साथ पका लें इसके बाद नमक डालें आप इसमें थोड़ा नींबू भी डाल सकते हैं।
पूरी
कन्या भोज में कन्याओं के लिए नरम-नरम पूरी बनाएं जो उन्हें खाने में अच्छी लगें। इसके लिए आप गेहूं का आटें में नमक और तेल डालकर पानी की मदद से गूंथ लें। इसे थोड़ी देर के लिए रख दें। इसके बाद छोटी-छोटी लोई बनाकर बेलें और गरम तेल में अच्छी तरह से पका लें।
खीर
खीर भी कन्याओं के लिए बना सकते हैं क्योंकि बच्चों को खीर काफी पसंद होती है। इसके बनाने के लिए चावल, दूध, चीनी और ड्राई फ्रूट्स की जरुरत होती है। चावल और दूध को मिलाकर पकाएं और उसमें चीनी और ड्राई फ्रूट्स मिला दें।