Chandra Grahan 2025 Date : साल का पहला चंद्र ग्रहण होली वाले दिन लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है। ग्रहण धार्मिक और वैज्ञानिक दृष्टि से ग्रहण के विशेष महत्व है। चंद्र ग्रहण से 9 घंटे पहले ही सूतक काल शुरू हो जाता है। चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है, जो तब होती है जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है। वैज्ञानिक दृष्टि से यह एक सामान्य घटना है। चंद्र ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं। आंशिक चंद्र ग्रहण, पूर्ण चंद्र ग्रहण और उपछाया चंद्रग्रहण। आइए जानते हैं कब लगने जा रहा है चंद्र ग्रहण?
चंद्र ग्रहण की तिथि और समय
- चंद्र ग्रहण 14 मार्च को लगने जा रहा है।
- इस दिन होली का पर्व भी मनाया जाएगा।
- चंद्र ग्रहण की शुरुआत- सुबह 09 बजकर 29 मिनट से होगी।
- चंद्र ग्रहण का समापन- दोपहर 03 बजकर 29 मिनट पर होगा।?
- यह ग्रहण एक खंडग्रास चंद्रग्रहण होगा।
- यह भारत में दिखाई नहीं देगा।
- इसलिए इसका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
कहां दिखाई देगा साल का पहला चंद्रग्रहण?
साल का पहला चंद्र ग्रहण उत्तरी अमेरिका (कनाडा, अमेरिका), दक्षिणी अमेरिका, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैण्ड, पुर्तगाल, स्पेन और दक्षिणी अमेरिका तथा अधिकतर पश्चिम अफ्रीका में यह ग्रहण खण्डग्रास रूप में चन्द्रास्त के समय दिखाई देगा। यह भारत में दिखाई नहीं देगा।
चंद्र ग्रहण के दौरान क्या न करें
- पूजा-पाठ न करें- चंद्र ग्रहण के समय कोई भी शुभ कार्य या पूजा पाठ नहीं करना चाहिए।
- भोजन न करें- ग्रहण के दौरान भोजन न करें और कुछ भी खाने-पीने से बचें।
- सोने से बचें- ग्रहण के दौरान सोने से बचें।
- गर्भवती महिलाएं विशेष ध्यान रखें- गर्भवती महिलाओं को ग्रहण देखने और बाहर जाने से बचना चाहिए।
- सुई या कैंची न चलाएं- ग्रहण के दौरान सुई या कैंची का कोई भी काम करने से बचें।