Chhath Puja 2024 Nahay Khay: छठ पूजा एक पावन पर्व है जो सूर्य देवता और छठी मइया की आराधना के लिए मनाया जाता है। यह पर्व कई दिनों तक मनाया जाता हैं और छठी मैया की विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस पर्व के दौरान नदी या तालाब किनारे, उगते और ढलते सूर्य को अर्घ्य देकर भगवान सूर्य की उपासना की जाती है। इस दिन व्रत करनी वाली महिलाएं सात्विक आहार ग्रहण करती हैं। इसमें व्रत, कठोर नियम और शुद्धता का विशेष महत्व होता है। यह पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से शुरू होता है। आइए जानते हैं कब मनाया जाएगा छठ का पर्व और नहाय-खाय के नियम और महत्व।
छठ पूजा 2024 की शुरुआत
- छठ पूजा के पर्व की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से होती है।
- छठ पूजा के पर्व का समापन सप्तमी तिथि पर होता है।
- 05 नवंबर से लेकर 08 नवंबर तक छठ का पर्व मनाया जाएगा।
- छठ की शुरुआत नहाय खाय से होती है।
नहाय खाय के नियम
- नहाय खाय के दिन के दिन सुबह जल्दी उठें।
- इसके बाद घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई करें।
- नहाय खाय के दिन व्रत करने वाली महिलाएं तालाब या नदी में स्नान में स्नान करें।
- यदि नदी में स्नान करना संभव नहीं है तो वह घर पर ही स्नान कर सकती हैं।
- इसके बाद स्नान करें।
- छठ के दिन नए वस्त्र धारण करें।
- इस दिन भगवान सूर्य की उपासना की जाती है।
- इसलिए सबसे पहले भगवान सूर्य को जल अर्पित करें।
- सूर्यदेव की पूजा करें।
- इस दिन सात्विक भोजन करना चाहिए।
- खाने में प्याज-लहसुन का प्रयोग न करें।
- खाना बनाते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
- नहाय खाय के दिन विशेष भोजन बनाया जाता है।
- इस दिन कद्दू की सब्जी, लौकी चने की दाल और भात बनाएं।
- खाना खाने के बाद व्रत रखने वाली महिलाएं इस भोजन को ग्रहण करें।
- इसके बाद सभी परिवार के सदस्य भोजन करें।