International Shark Awareness Day 2024: कब मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय शार्क जागरूकता दिवस, जानें इतिहास और महत्व

12 Jul, 2024
International Shark Awareness Day 2024: कब मनाया जाता है अंतर्राष्ट्रीय शार्क जागरूकता दिवस, जानें इतिहास और महत्व

International Shark Awareness Day 2024: अंतर्राष्ट्रीय शार्क जागरूकता दिवस हर साल 14 जुलाई को मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय शार्क जागरूकता दिवस हमें शार्क के संरक्षण के महत्व को समझने और उनके बारे में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने के लिए प्रेरित करता है। यह दिन हमें समुद्री जीवन की विविधता बनाए रखने और स्वस्थ महासागरों के लिए शार्क के योगदान को पहचानने की याद दिलाता है। शार्क के संरक्षण के लिए जागरूकता और शिक्षा को बढ़ावा देना हमारे समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास और महत्व।

अंतर्राष्ट्रीय शार्क जागरूकता दिवस का इतिहास

अंतर्राष्ट्रीय शार्क जागरूकता दिवस की शुरुआत शार्क और उनके आवासों की रक्षा और संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से की गई थी। इस दिन का आयोजन विभिन्न पर्यावरणीय संगठनों और समुद्री संरक्षण समूहों द्वारा किया जाता है। इसका उद्देश्य शार्क के बारे में लोगों को शिक्षित करना और उनके संरक्षण के महत्व को उजागर करना है।

अंतर्राष्ट्रीय शार्क जागरूकता दिवस का महत्व

शार्क समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे समुद्री जीवन की विविधता बनाए रखने में मदद करते हैं और स्वस्थ महासागरों के लिए आवश्यक हैं। इस दिन का उद्देश्य शार्क के संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाना है। शार्क के बारे में कई मिथक और गलतफहमियां हैं। अंतर्राष्ट्रीय शार्क जागरूकता दिवस का उद्देश्य इन मिथकों को दूर करना और लोगों को शार्क के असली महत्व और उनके प्रति हमारे दृष्टिकोण को बदलने के लिए प्रेरित करना है। इस दिन को मनाने का एक अन्य उद्देश्य शार्क के बारे में अनुसंधान को बढ़ावा देना और शैक्षिक कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को शिक्षित करना है। यह शार्क की विभिन्न प्रजातियों, उनके व्यवहार और उनके आवास के संरक्षण के महत्व पर जोर देता है। शार्क शीर्ष परभक्षी होते हैं और वे समुद्री खाद्य श्रृंखला में संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं। शार्क की घटती संख्या से समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र में असंतुलन पैदा हो सकता है, जिससे अन्य समुद्री प्रजातियों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।

Related videos

यह भी पढ़ें

This website uses cookie or similar technologies, to enhance your browsing experience and provide personalised recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.Accept
BACK