Breastfeeding myths and facts: स्तनपान से सम्बंधित इन Myths से सावधान रहिए, Expert से पाएं सवालों के जवाब – Watch Video

02 Aug, 2020

Breastfeeding myths and facts: स्तनपान मां और बच्चे दोनों के लिए लाभकारी है। मां के गर्भ से जब शिशु जन्म लेकर इस दुनिया में आता है तो सबसे पहले मां उसे अपना दूध पिलाती है, जो उसके लिए अमृत होता है। शिशु को सबसे पहले मां का दूध पिलाना चाहिए ये हम सब लोग जानते हैं लेकिन इसके पीछे का कारण क्या है? वहीं भारत में स्तनपान से जुड़े कई Myths है। जो कि बिल्कुल भी सही नहीं है। आज हम आपको इस Video में बताने जा रहे हैं कि मां के स्तनपान जुड़ी कुछ खासे बातें। ब्रेस्ट फीडिंग की अहमियत को जन-जन तक पहुंचाने के मक़सद से ही हर साल अगस्त महीने की 1 से 7 तारीख़ तक वर्ल्ड ब्रेस्ट फीडिंग वीक मनाया जाता है, जब बच्चा दूध पीता है तो आपका स्तन आराम का एहसास करता है। अगर आपको दर्द हो रहा है तो समझ जाइए कि आप इसे ठीक तरह से नहीं कर पा रही हैं। ये पूरी तरह मिथ है कि स्तनपान करवाते समय दर्द होना सामान्य है। जबाकि सच्चाई ये है कि स्तनपान सही तरीके से करवाया जाए तो कभी दर्द नहीं होता। दूसर मिथ ये है कि बच्चे के जन्म के 3 या 4 दिन के दौरान ज्यादा दूध नहीं होता है। लेकिन सच्चाई ये है कि इन दिनों दूध कम जरूर होता है लेकिन बच्चे के हिसाब से काफी होता है। अगर बच्चा ठीक ढंग से फीड ले रहा हो तो उसके लिए उतना दूध काफी होता है। शिशु के पेट की क्षमता पहले 48 घंटों में 5 से 15 मी/फीड होती है। इस खबर के बारे में और अधिक जानने के लिए देखिए हमारा ये खास Video..

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