Magh Purnima Date: हिंदू धर्म में माघ महीने की पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व होता है। कहा जाता है कि इस दिन देवता गण खुद पृथ्वी पर गंगा में स्नान करने आते हैं। इसलिए इस दिन स्नान का बहुत महत्व होता है। माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को माघ पूर्णिमा मनाई जाती है। माघ पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा भी कहा जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है और दान-पुण्य करना भी इस दिन शुभ माना जाता है। पूरे विधि-विधान से पूजा करने और दान करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। साथ ही जीवन में आ रहे संकटों का नाश होता है। वहीं इस 144 साल बाद महाकुंभ है ऐसे में संगम में स्नान करना शुभ माना जाता है। आइए जानते हैं माघ पूर्णिमा की तिथि, शुभ मुहूर्त, महत्व और उपाय।
माघ पूर्णिमा तिथि और स्नान-दान का शुभ मुहूर्त
- माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को माघ या माघी पूर्णिमा मनाई जाएगी।
- पूर्णिमा तिथि की शुरुआत- 11 फरवरी शाम 6 बजकर 55 मिनट से होगी।
- पूर्णिमा तिथि का समापन- 12 फरवरी शाम 07 बजकर 22 मिनट पर होगा।
- उदया तिथि के अनुसार माघी पूर्णिमा 12 फरवरी बुधवार के दिन मनाई जाएगी।
माघ पूर्णिमा का महत्व
माघ पूर्णिमा का बहुत महत्व होता है। यह भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को समर्पित होती है। इस दिन विधि पूर्वक भगवान विष्णु, मां लक्ष्मी और चंद्रदेव की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन स्नान-दान का बहुत महत्व होता है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने और दान करने से सभी तरह के पापों से मुक्ति मिल जाती है। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। इस बार माघ पूर्णिमा पर महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। यह दिन और भी पवित्र माना जाएगा और संगम में स्नान करने से विशेष फल की प्राप्ति होगी।