भारतीय सभ्यता में लिपटी और कांग्रेस की पहचान सोनिया गांधी ने रायपुर में पार्टी के पूर्ण अधिवेशन को संबोधित किया और उन्होंने भारतीय राजनीति से सन्यास लेने का इशारा किया। उन्होंने अधिवेशन में बोलते हुए कहा कि मुझे सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि भारत जोड़ो यात्रा के साथ मेरी पारी का समापन हो सका। सोनिया गांधी के इस बयान से उनके राजनीतिक सफर खत्म होने का अंदाज़ा लगया जा रहा है।
सोनिया गांधी 75 साल की हो चुकी है और उन्होंने संन्यास लेने का फैसला कर लिया है लेकिन अभी आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है। सोनिया गांधी मूल रुप से इटैलियन है। लेकिन उन्होंने बहुत प्यार से भारतीय सभ्यता को अपनाया और पूरी तरह उसमें रंगी नज़र आती हैं। जानिए कैसे गांधी परिवार की बहू ने इटैलियन कल्चर छोड़कर भारतीय सभ्यता को अपनाया? और भारतीय राजनीति के पटल पर छा गईं।
सोनिया गांधी ‘‘मैं भारतीय हूं’’ इस पंक्ति को बड़े ही गर्व और सम्मान के साथ बोलती हैं। एक बार एक कॉन्क्लेव के समय एक इटैलियन आर्किटेक्ट ने खुद को इटैलियन बताते हुए बात शुरु की लेकिन सोनिया गांधी ने कहा कि, ‘‘मैं मूल रुप से इटैलियन ज़रुर हूं लेकिन अब मैं भारतीय हूं।’’
सोनिया गांधी को हिंदी नहीं आती थी। लेकिन उन्होंने हिंदी सीखने की कोशिश की और वो सार्वजनिक रूप से, मंच पर या हिंदी भाषी से बात करते हुए काफी अच्छी हिंदी में बोल लेती हैं। सोनिया गांधी ने एक पत्रकार से बात करते हुए बताया था कि उन्होंने ग्रीन पार्क में एक इंस्टीट्यूट में हिंदी स्पीकिंग का कोर्स किया था। उन्होंने यह भी बताया था कि इंदिरा गांधी भी उन्हें घर पर हिंदी में बात करने के लिए कहती थी। सोनिया गांधी ने हिंदी में बात करना शुरू किया और कोर्स करने के बाद उनकी हिंदी व्याकरण भी अच्छी हो गई।
सोनिया गांधी हमेशा साड़ी में ही नज़र आती हैं। साड़ी एक ऐसा परिधान है जो भारतीय संस्कृति और भारतीयता के बेहद निकट माना जाता है। वह जिस सहजता और सरलता से साड़ी पहनती हैं और जिस तरह से एक इटैलियन मूल की महिला होकर भी उन्होंने साड़ी को अपनाया ये बात काबिले तारीफ है। आज के समय में साड़ी मात्र एक परिधान नहीं है बल्कि नारी शाक्ति, सशक्तिकरण, आत्मनिर्भता और साहस का प्रतीक है।
सोनिया गांधी पर कई बार कुछ विपक्षी दल के नेता भाषा को लेकर को लेकर हृदय विदारक टिप्पणी कर देते हैं। कभी कोई उनकी इटैलियन मूल का होने पर उन्हें भारतीय ही नहीं मानता। लेकिन भारत में एक तबका ऐसा है जिसने इटली की बेटी को भारतीय बहू के रूप में स्वीकार किया है और उन्हें एक भारतीय ही मानता है।