World Biodiversity Day 2025: विश्व जैव विविधता दिवस हर साल 22 मई को मनाया जाता है। जैव विविधता पृथ्वी पर जीवन की विविधता को दर्शाती है। जिसमें पौधे, जानवर, कवक और सूक्ष्मजीव शामिल हैं यह सभी मिलकर पारिस्थितिकी तंत्र बनाते हैं। विविधता पारिस्थितिकी तंत्र को स्वस्थ और स्थिर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पृथ्वी के लिए पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह स्वच्छ हवा, पानी और मिट्टी प्रदान करती है। इस दिन का जसका उद्देश्य जैव विविधता के महत्व को बढ़ावा देना और इसके संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना है। आइए जानते हैं इस दिन का महत्व, इतिहास और थीम।
विश्व जैव विविधता दिवस का इतिहास
विश्व जैव विविधता दिवस 29 दिसंबर को मनाया जाता था, इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र ने 1993 में जैव विविधता पर कन्वेंशन में की थी। इसके बाद साल 2000 में संयुक्त राष्ट्र ने इसे बदलकर 22 मई कर दिया। इस दिन का उद्देश्य जैव विविधता के महत्व को समझाना और उसके संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करना है।
विश्व जैव विविधता दिवस 2025 की थीम
विश्व जैव विविधता दिवस पर कोई विशेष थीम का चयन किया जाता है जो उस समय की समस्याओं पर आधारित होती है। विश्व जैव विविधता दिवस 2025 की थीम "प्रकृति के साथ सामंजस्य और सतत विकास" है। इस थीम के माध्यम से लोगों को समझाना है कि प्रकृति को संरक्षित करके ही विकास की और बढ़ा जा सकता हैं।
जैव विविधता का महत्व
पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखने में जीवों, पौधों, और सूक्ष्मजीवों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जैव विविधता हमारे पर्यावरण के लिए बेहद जरुरी है। यह जैव विविधता प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा देती है। बाढ़ और सूखा जैसी परिस्थियों से बचाती है। यदि विविधता खत्म हो जाए तो पूरे पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन बिगड़ सकता है। जिससे खाद्य सुरक्षा, स्वास्थ्य, और जलवायु पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। प्राकृतिक संसाधन के लिए जैव विविधता जरुरी है जीवों और पौधों से हमें निर्माण सामग्री, ऊर्जा और अन्य संसाधन मिलते हैं। जैव विविधता प्राकृतिक संतुलन बनाए रखती है। जिससे पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन बना रहता हैै।