World Consumer Rights Day 2025: विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस हर साल 15 मार्च को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और बाजार में निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं को बढ़ावा देना है। यह दिवस उपभोक्ताओं को सशक्त बनाने और उनके अधिकारों की रक्षा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आइए जानते है इस का इतिहास, महत्व और थीम।
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का इतिहास
अमेरिका के राष्ट्रपति जॉन एफ. कैनेडी ने 15 मार्च 1962 को पहली बार उपभोक्ता अधिकारों के महत्व को पहचानते हुए इसे वैश्विक स्तर पर समर्थन देने की बात कही थी। इसके बाद, 1983 में उपभोक्ताओं के अंतर्राष्ट्रीय संगठन ने इस दिन को विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत की। तब से यह दिन दुनियाभर में उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के लिए मनाया जाता है। विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के प्रति शिक्षित करने और गलत व्यापारिक गतिविधियों के खिलाफ आवाज उठाने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है।
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का महत्व
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस का बहुत महत्व है। यह दिन उपभोक्ताओं को उनके मौलिक अधिकारों और जिम्मेदारियों के बारे में जागरूक करने का कार्य करता है। इस दिन विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम, सेमिनार और अभियान आयोजित किए जाते हैं, जिनमें उपभोक्ता संरक्षण कानून, शिकायत निवारण प्रणाली और उत्पादों की गुणवत्ता की जांच के बारे में जानकारी दी जाती है। किसी भी देश की अर्थव्यवस्था में उपभोक्ता एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, इसलिए उनके अधिकारों की रक्षा करना जरूरी है।
विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस 2025 की थीम
हर साल विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस की थीम निर्धारित की जाती है। इस साल विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस की थीम “स्थायी जीवनशैली के लिए एक उचित बदलाव” है। इस थीम का उद्देश्य उपभोक्ता सशक्त बनाना और बाजार में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाना है। यह दिवस न केवल जागरूकता फैलाने का दिन है बल्कि उपभोक्ताओं को उनके अधिकारों के प्रति सतर्क रहने के लिए भी प्रेरित करता है।