World Food Safety Day 2025 : हर साल 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। इस दिन के माध्यम से लोगों को जागरूकता किया जाता है कि जो खाना खाते हैं, वह कितना सुरक्षित है। यदि भोजन सुरक्षित नहीं है, तो पोषण और स्वास्थ्य दोनों अधूरे हैं। इस दिन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि हर व्यक्ति को स्वच्छ, सुरक्षित और पोषणयुक्त भोजन प्राप्त हो। आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास, थीम और महत्व।
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का इतिहास
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 2018 में 7 जून को विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस मनाने की घोषणा की थी। इसे पहली बार साल 2019 में मनाया गया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हर साल खराब खाने के कारण होने वाली बीमारियों के 60 करोड़ से ज्यादा शिकार लोगों के मामले सामने आते हैं वहीं इन बिमारियों के कारण हर साल 4 लाख से ज्यादा लोगों की जान जाती है। विश्व में हर साल लाखों लोग अस्वच्छ और दूषित भोजन के कारण बीमार पड़ते हैं। इस दिन के माध्यम से लोगों को संदेश दिया जाता है कि खाद्य सुरक्षा ही जीवन सुरक्षा है।
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2025 की थीम
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के अवसर पर किसी विशेष थीम की आधिकारिक रूप से घोषणा की जाती है। जिसके माध्यम से लोगों को जागरुक किया जा सके। विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस 2025 की थीम है।
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का महत्व
विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस के माध्यम से स्वास्थ्य की रक्षा के लिए लोगों को जागरुक किया जा सकता है। लोगों को समझाया जा सकता है कि सुरक्षित भोजन की क्या अहमियत होती है और सुरक्षित भोजन खाने से बीमारियों से बचाव होता है। इस दिन के माध्यम से समाज को आर्थिक स्थिरता के बारे में भी जागरुक किया जा सकता है। जिससे किसानों, विक्रेताओं और उपभोक्ताओं को लाभ तो होगा ही साथ ही फूड इंडस्ट्री में खाद्य सुरक्षा भी बनी रहेगी। इस दिन वैश्विक सहयोग बनाने की जरुरत है जिससे सभी देशों को एक साथ लाकर खाद्य गुणवत्ता को बेहतर करने की दिशा में कदम बढ़ाने की जरुरत है। इस दिन के माध्यम से उपभोक्ताओं को जागरूक करने और सरकारों को बेहतर नीतियाँ लागू करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।