World Radio Day 2025 Date: विश्व रेडियो दिवस हर साल 13 फरवरी को मनाया जाता है। यह दिन संचार व सूचना के प्रसार में इसकी भूमिका को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है साथ ही इस दिन रेडियो के महत्व को उजागर किया जाता है। रेडियो सिर्फ एक मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि सूचनाओं और सामाजिक बदलाव का एक मजबूत माध्यम भी है। तकनीक के इस युग में भी रेडियो की प्रासंगिकता बनी हुई है और यह लोगों को जोड़ने, सशक्त बनाने और जागरूक करने में अहम भूमिका निभाता है। आइए जानते हैं रेडियो दिवस की थीम, महत्व और इतिहास।
विश्व रेडियो दिवस का इतिहास
विश्व रेडियो दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन द्वारा 2011 में की गई थी। इसका उद्देश्य रेडियो के महत्व को पहचानना और इसे वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देना था। पहली बार विश्व रेडियो दिवस 2012 में मनाया गया और तब से हर साल यह दिवस दुनिया भर में मनाया जाता है।
विश्व रेडियो दिवस 2025 की थीम
हर साल विश्व रेडियो दिवस की एक विशेष थीम निर्धारित की जाती है। यह थीम आमतौर पर संचार, मीडिया स्वतंत्रता, सूचना के प्रसार और तकनीकी नवाचारों से संबंधित होती है। विश्व रेडियो दिवस 2025 की थीम ‘रेडियो और जलवायु परिवर्तन’ है। जो रेडियो की सामाजिक भूमिका को दर्शाती है।
विश्व रेडियो दिवस का महत्व
रेडियो दुनिया का सबसे पुराना और प्रभावी संचार माध्यम है, जो आज भी ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सूचनाओं के प्रसार का एक महत्वपूर्ण जरिया बना हुआ है। रेडियो बिना इंटरनेट और टीवी के भी दूरस्थ इलाकों तक सूचनाएँ पहुंचाता है। रेडियो कई बार प्राकृतिक आपदाओं और आपातकालीन परिस्थितियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। रेडियो मनोरंजन का भी साधन है। यह न केवल समाचार देता है, बल्कि संगीत, नाटक और शैक्षिक कार्यक्रमों का भी माध्यम है। रेडियो सुनने के लिए अधिक खर्च की जरूरत नहीं होती, जिससे यह सभी वर्गों के लिए सुलभ है। रेडियो विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों के कार्यक्रमों के माध्यम से यह विविधता को जोड़ता है।
विश्व रेडियो दिवस कैसे मनाएं
विश्व रेडियो दिवस मनाने के लिए आप एक-दूसरे को रेडियो से संबंधि कोई संदेश भेज सकते हैं। रेडियो स्टेशनों पर विशेष तरीकों के कार्यक्रम का प्रसारण आप कर सकते हैं। रेडियो जॉकी के द्वारा किसी सामाजिक मुद्दे पर बात की जा सकती है। जिसका हिस्सा आम लोग भी बन सकते हैं। शैक्षणिक संस्थानों में रेडियो के महत्व पर सेमिनार और वेबिनार कराए जा सकते हैं। रेडियो के जरिए स्थानीय प्रतिभाओं को मंच प्रदान किया जा सकता है। जिससे वह स्वयं अपनी कला का प्रदर्शन कर सकें। सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जागरूकता अभियान चलाएं और रेडियो के महत्व हो समझाएं।