World Science Day for Peace and Development 2024: शांति और विकास हेतु विश्व विज्ञान दिवस हर वर्ष 10 नवंबर को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य समाज में विज्ञान की भूमिका को समझना और शांति, सतत विकास और सामाजिक समृद्धि को बढ़ावा देने में विज्ञान की प्रासंगिकता पर जागरूकता फैलाना है। इस दिन को मनाने का फैसला संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) ने वर्ष 2002 में लिया, जिसका उद्देश्य विज्ञान के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसके लाभों को साझा करना है। आइए जानते हैं इस दिन की थीम, इतिहास और महत्व।
विश्व विज्ञान दिवस की स्थापना का विचार 2001 में हुआ और पहली बार 2002 में इसे मनाया गया। इस दिन को मनाने उद्देश्य है कि विज्ञान को समाज के हर वर्ग के लिए उपलब्ध कराया जाए। साथ ही समाज पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़े। विज्ञान न केवल तकनीकी उन्नति का साधन है, बल्कि समाज में शांति और सतत विकास की दिशा में भी इसका योगदान हो सकता है।
विज्ञान और प्रौद्योगिकी समाज को नई दिशा और गति देने में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। आज के समय में, जलवायु परिवर्तन, स्वास्थ्य समस्याएँ और ऊर्जा की कमी जैसी वैश्विक चुनौतियाँ विज्ञान और अनुसंधान की मदद से ही हल हो सकती हैं। विश्व विज्ञान दिवस का उद्देश्य इन मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना और जागरूकता बढ़ाना है कि किस तरह विज्ञान के माध्यम से हम सामाजिक और पर्यावरणीय मुद्दों का समाधान कर सकते हैं। इसके साथ ही, विज्ञान के प्रति जागरूकता बढ़ाकर समाज के हर वर्ग में विज्ञान का सकारात्मक योगदान कैसे बढ़ाया जाए, यह भी इस दिन का प्रमुख उद्देश्य है।
हर वर्ष विश्व विज्ञान दिवस के लिए एक नई थीम निर्धारित की जाती है। जो वैश्विक समस्याओं पर आधारित होती है। यह थीम पर्यावरण संरक्षण, सतत विकास, स्वास्थ्य सेवा, जलवायु संकट आदि से संबंधित होती है। शांति और विकास हेतु विश्व विज्ञान दिवस 2024 की थीम है, ‘‘क्यों मायने रखता हैः दिमागों को जोड़ना और भविष्य को सशक्त बनाना।’’