Famous Jain Temples: महावीर जयंती जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन उनके अनुयायी उनके उपदेश को याद करते हैं। नैतिकता, करुणा और अहिंसा के मार्ग पर चलने की सीख देते हैं। भगवान महावीर की शिक्षाएं आज के समय में भी प्रासंगिक हैं। महावीर जयंती के दिन जैन मंदिरों में विशेष आयोजन होता है। रथयात्रा निकाली जाती है। जैन धर्म के मंदिर अपनी वास्तुकला के लिए काफी प्रसिद्ध है। आइए जानते हैं प्राचीन जैन मंदिरों के बारे में जो वास्तुकला, शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अद्भुत संगम है।
कुलपाकजी एक एक प्राचीन जैन श्वेतांबर मंदिर है। यह तेलंगाना में स्थित है। यह बहुत प्राचीन और प्रसिद्ध मंदिर है।
श्री शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर जैन समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मध्य प्रदेश के मंदसौर में स्थित है। यह मंदिर अपने विशाल आकार और भव्यता के लिए प्रसिद्ध है। यहां आकर आध्यात्मिक शांति का अनुभव होता है।
कर्नाटक के श्रवणबेलगोला नामक तीर्थ स्थल में गोमतेश्वर मंदिर स्थित है। इस मंदिर को बाहुबली मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। इस मंदिर में एक अखंड मूर्ति जिसकी ऊंचाई 57 फुट है। जिसको एह ही पत्थर की खुदाई करके बनाया गया है। यह विंध्यगिरी पहाड़ी पर है।
भारत की राजधानी दिल्ली के चांदनी चौक में दिगंबर जैन लाल मंदिर स्थित है। यह मंदिर दिल्ली का सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। लाल पत्थर से बने होने के कारण इस मंदिर को लाल मंदिर नाम से भी जाना जाता है। इसका निर्माण 1526 में हुआ था। इस मंदिर में घायल पक्षियों का इलाज होता है इसलिए भी यह मंदिर काफी प्रसिद्ध है।
गुजरात के वडोदरा में श्री शांतिनाथ का मंदिर स्थित है। यह मंदिर भी काफी प्राचीन और प्रसिद्ध है। जैन तीर्थयात्रियों के लिए एक प्रमुख स्थल है। यहां आकर शांति का अनुभव होता है। यह मंदिर जितना पुराना है उतना ही सौंदर्यपूर्ण है।
श्री गिरनार जैन मंदिर गुजरात के जूनागढ़ जिले में स्थित है। यह गिरनार पर्वत पर जैन धर्म के मंदिरों का एक समूह है। इन मंदिरों में कुछ दिगंबर और श्वेतांबर शाखाओं के मंदिर हैं। यहां काफी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
श्री शत्रुंजय तीर्थ को विश्व का सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। यह मंदिर गुजरात के भावनगर में पालीताना शत्रुंजय नदी के तट पर शत्रुंजय पर्वत की तलहटी में स्थित है।
राजस्थान के पाली जिले में रणकपुर का जैन मंदिर स्थित है। माना जाता है कि निर्माण 15वीं शताब्दी में मेवाड़ के शासक राणा कुंभा के मंत्री दरना शाह ने करवाया था। यह मंदिर आपने अद्भुद सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है।
राजस्थान में स्थित दिलवाड़ा मंदिर काफी प्रसिद्ध हैं इसे देलवाडा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह पाँच मंदिरों का एक समूह है। इस मंदिर की मूर्तियां काफी प्रसिद्ध और पूरानी हैं वहीं यह मंदिर भी निर्माण कला का उत्तम उदाहरण हैं।
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