Mauni Amavasya: माघ महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माघ मेला-2023 के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर सुबह से ही पावन त्रिवेणी के साथ-साथ 18 स्नान घाटों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे है और आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। सुबह 5 बजकर 8 मिनट पर अमावस्या तिथि लगते ही पावन त्रिवेणी के साथ-साथ 18 स्नान घाटों पर लोगों ने पुण्य की डुबकी लगानी शुरू कर दी है।
मौनी अमावस्या पर मौन रहकर पवित्र नदी या जल कुंड में स्नान और दान करने का विशेष महत्व होता है | मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज के संगम में स्नान करना भी बहुत लाभकारी बताया गया है। मौनी अमावस्या पर दान-स्नान करने से इंसान के सारे पाप मिट जाते हैं और उसे उसके मन चाहे फल की प्राप्ति होती है। आपको बता दें कि सर्दी के मौसम में रात में दो बार गरज के साथ बारिश भी हुई, जिस ने श्रद्धालुओं की कुछ समस्याएं बढ़ा दी, लेकिन भक्तों की आस्था में कोई कमी नहीं आई | आज देशभर में मौनी अमावस्या मनाई जा रही है।
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