Hariyali Teej 2025: हरियाली तीज सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखती हैं। यह भारत में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। विवाहित महिलाएं इस दिन व्रत रखकर अपने पति की लंबी आयु, सुखी वैवाहिक जीवन और सुख शांति की कामना करती हैं वहीं कुंवारी महिलाएं इस व्रत को रखती है ताकि उन्हें महादेव की कृपा से अच्छा वर प्राप्त हो। इस साल यह व्रत 27 जुलाई को ही रखा जाएगा। महिलाओं इस दिन 16 श्रृंगार करती हैं। व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करती हैं। इस व्रत में नियमों का पालन करना चाहिए। इस व्रत को रखने से पहले कुछ खास बातों का अवश्य ध्यान रखें।
पूजा और शुभ मुहूर्त का रखें ध्यान- हरियाली तीज के दिन पूरे विधि-विधान से पूजा करें। शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें।
निर्जला और निराहार व्रत- महिलाएं हरियाली तीज के व्रत को निर्जला और निराहार रखती हैं। इस दिन व्रत के सभी नियमों का अच्छी तरह पालन करें। न भोजन करें और न ही पानी पीएं। यदि आप इस व्रत को फलाहार रखना चाहती हैं तो रख सकती हैं।
तामसिक चीज़ो से रहे दूर- इस व्रत के दौरान तामसिक चीज़ों को छूना भी नहीं चाहिए। अंडा, शराब, मांस-मछली आदि से दूर रहें। इससे व्रत की पवित्रता भंग हो जाएगी।
16 श्रृंगार करें- हरियाली तीज के दिन श्रृंगार का बहुत महत्व होता है। इस लिए इस दिन पूरे 16 श्रृंगार करें।
मायके की सामग्री- कहा जाता है कि सुहागिन महिलाएं अपने मायके से मिली सामग्री का ही उपयोग करें। इससे अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है।
काले रंग से रहें दूर- इस दिन काले रंग का प्रयोग न करें। काले रंग के वस्त्र या गहने बिल्कुल न पहनें काला रंग अशुभ माना जाता है। इसलिए शुभ अवसर पर काले रंग के वस्त्र धारण न करें।
हरे रंग के पहने वस्त्र- हरा रंग खुशहाली, प्रकृति और शुभता का प्रतीक माना जाता है। हरियाली तीज पर हरे रंग का विशेष महत्व होता है। इसलिए इस दिन हरे रंग के वस्त्र पहनें।
वाद-विवाद से बचें- व्रत रखने के दौरान महिलाएं किसी भी प्रकार के झगड़े, वाद-विवाद और कलेश से बचें। किसी को अपशब्द न कहें और क्रोध भी न करें।
डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट, लोक मान्यताओं और अन्य माध्यमों से ली गई है। जागरण टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।