Ravichandran Ashwin Retirement : भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। इसी बीच रविचंद्रन अश्विन ने संन्यास का ऐलान करके सभी को हैरान कर दिया है। दोनों देशों के बीच तीसरा टेस्ट ड्रॉ हो गया। किसी को ये उम्मीद नहीं थी कि आज अश्विन रिटायरमेंट का ऐलान करने वाले हैं। मैच के बाद कप्तान रोहित शर्मा के साथ अश्विन प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए और इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया। उनके इस फैसले ने ना सिर्फ फैंस बल्कि क्रिकेट एक्सपर्ट्स के बीच भी काफी उत्सुकता बढ़ दी है कि उन्होंने आखिर ये फैसला क्यों लिया?
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट में अश्विन खेलने के लिए उत्सुक थे, लेकिन टीम मैनेजमेंट ने वॉशिंगटन सुंदर को चुनना पसंद किया। इस बारे में बात करते हुए कप्तान रोहित शर्मा ने बताया कि उन्होंने अश्विन से इस बारे में बात की थी। अश्विन ने साफ तौर पर कहा कि अगर सीरीज में उनकी जरूरत नहीं है तो बेहतर होगा कि वो इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दें।
ब्रिस्बेन टेस्ट के बाद रविचंद्रन अश्विन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह उनके लिए भारतीय क्रिकेटर के रूप में सभी प्रारूपों में खेलने का आखिरी दिन है। अश्विन ने कहा कि उनमें अभी भी क्रिकेट खेलने की क्षमता है और वे क्लब क्रिकेट में इसे जारी रखेंगे। उन्होंने बीसीसीआई, कोच और अपने साथियों, खासकर रोहित शर्मा, विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे का आभार व्यक्त किया।
रविचंद्रन अश्विन 2011 विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली भारतीय टीम का अहम हिस्सा रहे हैं। अश्विन भारत के लिए टेस्ट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने भारतीय टीम के लिए कुल 106 मैच में 537 विकेट अपने नाम किए हैं। वहीं, वनडे में उनके नाम 156 और टी20 में 72 विकेट हैं। अश्विन ने न केवल गेंदबाजी में बल्कि बल्लेबाजी में भी टीम इंडिया के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 3503 रन बनाए हैं, जिसमें 6 शतक और 14 अर्धशतक शामिल है।