International Day of Innocent Children Victims of Aggression 2024: आक्रामकता के शिकार मासूम बच्चों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस हर साल 4 जून को मनाया जाता है। यह दिन दुनिया भर में उन बच्चों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और उनकी रक्षा के लिए समर्पित है जो युद्ध, हिंसा, शोषण और उपेक्षा से पीड़ित हैं। आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास, महत्व और थीम।
आक्रामकता के शिकार मासूम बच्चों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 2024 की थीम
हर साल इसकी थीम उन बच्चों पर केंद्रित है जो युद्ध और संघर्ष से प्रभावित हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर देती है कि इन बच्चों को आवश्यक सहायता और सुरक्षा प्राप्त हो।
आक्रामकता के शिकार मासूम बच्चों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस का इतिहास
आक्रामकता के शिकार मासूम बच्चों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस 1982 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा स्थापित किया गया था। यह दिन 1982 को लेबनान पर इजरायल के आक्रमण के दौरान फिलिस्तीनी और लेबनानी बच्चों की मौत की प्रतिक्रिया में स्थापित किया गया था। इस दिन का उद्देश्य उन बच्चों की पीड़ा और दुर्दशा को याद करना है जो संघर्षग्रस्त क्षेत्रों में रहते हैं या जो हिंसा, शोषण और उपेक्षा का शिकार होते हैं। यह दिन बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए भी एक वैश्विक आह्वान है और यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी बच्चे शांति और सुरक्षा में रह सकें।
आक्रामकता के शिकार मासूम बच्चों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस का महत्व
यह दिन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें उन बच्चों की पीड़ा और दुर्दशा को याद दिलाता है जो युद्ध, हिंसा, शोषण और उपेक्षा का शिकार होते हैं। यह दिन हमें बच्चों के अधिकारों की रक्षा के लिए कार्रवाई करने और यह सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित करता है कि सभी बच्चे शांति और सुरक्षा में रह सकें। बच्चों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाएं। युद्ध और संघर्ष से प्रभावित बच्चों के लिए धन या स्वेच्छा से अपना समय दान करें। बच्चों के प्रति हिंसा और शोषण के खिलाफ आवाज उठाएं। अपने समुदाय में बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए काम करना चाहिए।