Punjab Election 2022: देश की आजादी से पहले से बसा जिला जालंधर का कस्बा करतारपुर, kartarpur नेशनल हाईवे पर स्थित है और ये ऐतिहासिक गुरुद्वारे के नाम से मशहूर है यहां राज्य सरकार की ओर से जंग ए आजादी यादगार म्यूजियम भी बनाया गया। देश की आजादी से पहले से ही करतारपुर फर्नीचर तैयार करने को लेकर देश विदेश में प्रसिद्ध है। करतारपुर में बना फर्नीचर राष्ट्रपति भवन सहित देश के विभिन्न राज्यों की विधानसभा में भी शोभा बढ़ा रहा है। इसके बावजूद देश की आजादी के बाद सरकार बदलती रही लेकिन करतारपुर में फर्नीचर कारोबारियों की तकदीर नही बदली। जिसके चलते अब करतारपुर में फर्नीचर कारोबार लुप्त होने की कगार पर है।
पंजाब की करतारपुर विधानसभा महत्वपूर्ण सीट है। जहां 2017 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी। करतारपुर विधानसभा क्षेत्र पाकिस्तान की सीमा और कॉरिडोर के चलते पंजाब की सियासत में बेहद ख़ास माना जाता है। करतारपुर विधानसभा सीट पंजाब के जालंधर जिले में आती है। 2017 में कांग्रेस से चौधरी सुरिंदर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के सेठ सतपाल को 6020 मतों से हराया था।
2022 के चुनाव में इस सीट पर 20 फरवरी को मतदान हुआ। जिसमें जीत दर्ज करने के लिए कांग्रेस ने अपने विधायक सुरेंद्र सिंह पर एक बार फिर दांव लगाया है। वहीं आम आदमी पार्टी ने डीसीपी बलकार सिंह को टिकट दिया है। जबकि अकाली दल और बसपा गठबंधन के चलते यह सीट बसपा गठबंधन के खाते में गई है। जिसमें बसपा ने बलविंदर कुमार को टिकट दिया है। तो बीजेपी गठबंधन से सुरिंदर महे मैदान में हैं।