Sadbhavna Diwas 2024: सद्भावना दिवस हर साल 20 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती के रूप में मनाया जाता है। उनका जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था। इस दिन को राष्ट्रीय सद्भावना और सांप्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। वहीं आइए जानते हैं इस दिन का इतिहास, महत्व और थीम।
सद्भावना दिवस की शुरुआत राजीव गांधी की स्मृति में की गई थी। उन्होंने अपने जीवनकाल में देश की एकता, अखंडता और सामाजिक सद्भाव के लिए काम किया। राजीव गांधी का मानना था कि जाति, धर्म, और भाषा के आधार पर लोगों के बीच मतभेद खत्म होने चाहिए और सभी को एक साथ मिलकर रहना चाहिए।
सद्भावना दिवस का मुख्य उद्देश्य सभी धर्मों, जातियों और भाषाओं के बीच सद्भाव और भाईचारा बढ़ाना है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि हमें आपसी मतभेदों को भुलाकर एकता और अखंडता के साथ आगे बढ़ना चाहिए। राजीव गांधी के विचारों और आदर्शों को अपनाते हुए यह दिन सांप्रदायिकता, हिंसा और अन्य विभाजनकारी तत्वों के खिलाफ खड़े होने का संदेश देता है।
हर साल सद्भावना दिवस की एक थीम होती है, जो सामाजिक सद्भाव, शांति और एकता पर केंद्रित होती है। थीम का चयन समाज में सौहार्द और भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है, ताकि लोग आपसी मतभेदों को भुलाकर एक साथ आ सकें। थीम में आमतौर पर शांति, समरसता, और राष्ट्रीय एकता के पहलुओं को शामिल किया जाता है। साल 2024 की थीम “एकता में विविधता” है।
सद्भावना दिवस के दिन देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की बातों को याद किया जाता है और देश की उन्नति, एकता और अखंडता के लिए कार्य किए जाते हैं। देश के कई राज्यों में सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। इसी के साथ ही प्रकृति की सुंदरता, पर्यावरण संरक्षण और जैव विविधता संरक्षण पर भी जोर दिया जाता है।