Friendship Day 2024 Shayari: फ्रेंडशिप डे पर अपने दोस्तों को भेजें यह यादगार शायरी

04 Aug, 2024
Friendship Day 2024 Shayari: फ्रेंडशिप डे पर अपने दोस्तों को भेजें यह यादगार शायरी

Friendship Day 2024 Shayari: दोस्ती का रिश्ता बहुत अनमोल होता है। यह रिश्ता हम दिल से चुनते हैं। शायद इसलिए कहते हैं कि दोस्ती का रिश्ता खून के रिश्तों से बड़ा होता है। आप अपने दोस्तों को फ्रेंडशिप डे पर यादगार शायरी भेज सकते हैं और अपने दोस्तों के लिए यह दिन बेहतरीन बना सकते हैं। ये शायरी न केवल आपके दिल की गहराईयों से निकले भावों को व्यक्त करती हैं, बल्कि आपके दोस्त को यह एहसास भी कराती हैं कि वह आपके लिए कितना खास है। इस फ्रेंडशिप डे पर अपने दोस्तों को दिल से निकली शायरी भेजें और उन्हें बताएं कि आपकी जिंदगी में उनकी क्या अहमियत है।


आज के दौर में अब यार कहां मिलते हैं,
मिल भी जाएं तो वफादार कहां मिलते हैं।
जान लुटाते हैं जो प्यार के खातिर,
किसी को ऐसे अब दिलदार कहॉं मिलते हैं।

दोस्ती किसे कहते हैं जानना हो तो मेरे दोस्तों को देखो,
 जो एक आवाज़ पर मुसीबतों से भिड़ने को तैयार रहते हैं।
 दोस्ती को महसूस करना है तो यारों की महफ़िल को देखो,
 जहाँ खुशियों के तराने अक्सर अपनी कहानी कहते हैं।

दोस्ती यकीन पर टिकी होती है, 
यह दीवार बड़ी मुश्किल से खड़ी होती है। 
कभी फुर्सत मिले तो पढ़ना रिश्तों की किताब में, 
दोस्ती खून के रिश्तों से बड़ी होती है।।

नहीं है मुझे कोई चिंता कि आगे क्या होगा और क्या नहीं,
 मैं बस इतना जानता हूँ कि मेरे हक़ में तेरी यारी है।
 क्यों करूँ मैं फ़िक्र झूठे, फरेबी और मक्कार ज़माने की?
 मैं जानता हूँ कि मेरी इकलौती ताक़त तेरी यारी है।

अपनी दोस्ती का बस इतना सा उसूल है,
जब तू कबूल है तो तेरा सब कुछ कुबूल है।

दोस्ती कब किससे हो जाए अंदाजा नहीं होता,
दोस्ती ऐसा घर है जिसमें कोई दरवाजा नहीं होता।

बदलता नहीं कभी सोना अपना रंग,
जितनी बार चाहे आग लगा कर देख लो।

सच्ची है मेरी दोस्ती आजमा के देख लो,
करके यकीं मुझ पे मेरे पास आ के देख लो।

भले ही मेरे दोस्त कम हैं, 
पर जो भी हैं, एटम बम हैं।

कितना कुछ जानता होगा वो दोस्त मेरे बारे में, 
जो मेरी मुस्कराहट देखकर भी कहता है, 
चल बता उदास क्यों है।

दोस्त तो बहुत है पर बिना कुछ बोले, 
जो हर बात समझ जाएं, 
वो सिर्फ तुम हो मेरे दोस्त।

दोस्त दो-चार निकलते हैं कहीं लाखों में,
जितने होते हैं सिवा उतने ही कम होते हैं।

चाय में शक्कर न हो तो पीने में क्या मजा, 
और जिंदगी में दोस्त ना हो तो जीने में क्या मजा।

ज़िंदगी के सफर में मेरा जब-जब बुरा मक़ाम आया,
यारों के आँगन में बैठ मुझे तब-तब आराम आया।

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