तुर्किए और सीरिया में आए भूकंप से अब तक 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इन 15 हज़ार में 12 हज़ार तुर्किए में रहने वाले लोग है। अभी यह अनुमान लगया जा रहा है कि मलबे के नीचे और लाशें दबी हो सकती है। जैसे जैसे राहत और बचाव के कार्य किए जा रहै हैं वैसे वैसे लाशों की गिनती बढ़ती जा रही है। तुर्किए की मदद के लिए भारत समेत कई देशों ने मदद भेजी है। लेकिन अब यहां एक और सबसे बड़ी चुनौति यह है कि वहां लाशों को दफन करने के लिए अब कब्रिस्तान में जगह नहीं है।
तुर्किए में भूकंप से मरने वालों की संख्या में इज़ाफा होता जा रहा है यहां हालात ऐसे है कि कब्रिस्तानों में जगह ही नहीं बची है। भूकंप से मरने वालों के हालात ऐसे बन गए है कि अंतिम संस्कार के लिए जगह ही नहीं बची। यहां कब्रिस्तान में एक साथ 10 शवों को ताबूतों में रखा जा रहा है। एक तरफ तो सरकार के सामने बड़ी चुनौति है कि मलबे के नीचे से लाशों को निकालना क्योंकि अब मलबे के नीचे लोगों के बचने की संभावना कम हो गई होगी। तुर्किए के सामने दूसरी चुनौति उनके सामने है कि उनका अंतिम संस्कार करना। इसके अलावा कड़ाके ठंड और बर्फबारी के कारण राहत और बचाव कार्यों में परेशानी हो रही है।