5 Reasons of India's Loss in World Cup 2023 Final : विश्व कप 2023 के फाइनल में भारत को मिली हार से 130 करोड़ लोगों का दिल टूट गया। टूर्नामेंट में धमाकेदार आगाज करने वाली टीम इंडिया फाइनल से पहले एक भी मैच नहीं हारी। लगातार 10 मैच जीतकर फाइनल में सबसे पहले अपनी जगह बनाने वाली टीम इंडिया से अंतिम मुकाबले में जैसे प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही थी, वैसा टीम कर न सकी। फाइनल में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 10 विकेट के नुकसान पर 240 रन बनाए। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने ट्रेविस हेड के शतक की मदद से 4 विकेट के नुकसान पर लक्ष्य को बेहद ही आसानी से हासिल कर लिया।
ऑस्ट्रेलिया की टीम ने छठी बार विश्व कप का खिताब अपने नाम कर लिया है। लेकिन ऐसे क्या कारण रहे जिसके चलते टीम इंडिया को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा? आईए जानते हैं कि टीम इंडिया के फाइनल में हारने की 5 प्रमुख वजहें क्या है….
फाइनल मुकाबले में शुभमन गिल से उम्मीद की जा रही थी कि वो अच्छा प्रदर्शन करेंगे और टीम को अच्छी शुरुआत देंगे। लेकिन गिल फाइनल में पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए। गिल 7 गेंदों में 4 रन बनाकर आउट हो गए। नरेंद्र मोदी स्टेडियम में गिल का रिकॉर्ड अच्छा रहा है, ऐसे में फैंस को उनसे काफी उम्मीदें थी। गिल चौका मारने के चक्कर में अपना विकेट खो बैठे। वो टीम को अच्छी शुरुआत नहीं दिला सके, जो भारत की हार की एक बड़ी वजह है।
धीमी पिच का सबसे ज्यादा नुकसान टीम इंडिया को हुआ। इस पिच पर शुरू में बैटिंग करना मुश्किल है और ये बात ऑस्ट्रेलिया को अच्छे से पता थी, इसलिए कंगारू टीम ने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। बाद में पिच बैटिंग के लिए बेहतर हो गई और ऑस्ट्रेलिया को इस बात का पूरा फायदा हुआ। अहमदाबाद में ओस पड़ने की संभावना पहले से थी, इसपर किसी का कंट्रोल तो नहीं है, लेकिन इसका नुकसान टीम इंडिया को उठाना पड़ा। ओस पड़ने के कारण भारतीय स्पिनरों को गीली गेंद से टर्न ही नहीं मिल रहा था और आउटफील्ड फास्ट हो गई।
फाइनल मुकाबले में भारत की बैटिंग काफी कमजोर नजर आई। रोहित, कोहली, राहुल के अलावा कोई भी बल्लेबाज फाइनल का दबाव नहीं झेल पाया। ओपनर गिल सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गए, जो टीम इंडिया के लिए पहला सबसे बड़ा झटका था। रोहित के आउट होने के बाद अगले चौके के लिए टीम इंडिया को काफी लंबा इंतजार करना पड़ा। ये हाल था जब दो टॉप बल्लेबाज-यानी कोहली और राहुल क्रीज पर मौजूद थे। इसी बात से आप मिडिल ऑर्डर पर दबाव का अंदाजा लगा सकते हैं।
टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को 241 रन का टारगेट दिया, ऐसे में फैंस को अब सारी उम्मीदें गेंदबाजों से थीं। शमी और बुमराह की जोड़ी ने 47 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए। फैंस को पूरी उम्मीदें थी कि जल्द ही एक और विकेट आएगा। कप्तान ने तीसरे और चौथे गेंदबाज के तौर पर स्पिनर जडेजा-कुलदीप यादव को मैदान में उतारा। लेकिन दोनों गेंदबाज पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए। दोनों ने अपने पूरे ओवर में एक भी विकेट नहीं लिया। अगर ये दोनों खिलाड़ी 1-1 विकेट लेते तो मैच का नतीजा कुछ और होता। स्पिनर्स का फ्लॉप होना भी टीम इंडिया की हार का एक बड़ा कारण है।
फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया की फील्डिंग और गेंदबाजी काफी खराब रही। पैट कमिंस की कप्तानी में ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। पैट कमिंस ये बात जानते थे कि अहमदबाद की पिच शुरू में बैटिंग के लिए सही नहीं है और इसलिए उन्होंने गेंदबाजी करने का फैसला किया। मिशेल स्टार्क से लेकर जोश हेजलवुड, एडम जंपा, ग्लेन मैक्सवेल और ट्रेविस हेड ने भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया। फील्डिंग के मामले में भी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने कोई कसर नहीं छोड़ी। एक-एक रन बचाकर उन्होंने भारत को 240 रन पर ही रोक दिया।