पैरों से लिखने वाले दिव्यांग को मिला 10 वीं में पहला डिवीज़न

11 Jun, 2019

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देव ने छात्र प्रलय डे को सम्मान दिया. प्रलय डे दिव्यांग छात्र है जिसने 10वीं कक्षा में फर्स्ट डिवीज़न लाया. ये हैरानी की बात है की प्रलय ने एग्जाम अपने पैरों की मदद से लिख कर दिया क्यूंकि उसके हाथ पीछे की ओर मुड़े हुए हैं. लेकिन इसके बावजूद भी उन्होंने 346 मार्क्स से फर्स्ट डिवीज़न हांसिल किया और इसके साथ उसने दो भाषाओं के पेपर्स में डिस्टिंक्शन हांसिल की है. प्रलय ने किसी लेखक का उपयोग करने की बजाय परीक्षा पत्र लिखने के लिए अपने अंग का उपयोग करता है. सबसे अच्छी बात ये है की उन्होंने अपने पैर को लिखने के लिए इस कदर प्राधिक्षित किया है जैसे और लोग अपने हाथों से लिखते हैं. उसने सभी बढ़ी चुनौतियों को मात देकर अपना लक्ष्य हांसिल किया. त्रिपुरा के गोमती जिले के प्रलय जब 15 दिन का था, तब उसके हाथों को उपचार के एक हिस्से के रूप में साढ़े तीन साल तक प्लास्टर किया गया था। उनके पिता सुजान कुमार डे एक दिहाड़ी मजदूर हैं, जबकि उनकी माँ पुतुल गुहा डे एक आंगनवाड़ी केंद्र में सहायक हैं।

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