Alvida Jumma 2024: अलविदा जुमा का इस्लाम में महत्व, जानें कैसे बनाएं इसको खास

04 Apr, 2024
Alvida Jumma 2024: अलविदा जुमा का इस्लाम में महत्व, जानें कैसे बनाएं इसको खास

Alvida Jumma 2024: रमज़ान का महीना इस्लाम में बहुत महत्व रखता है। इस पूरे महीने इस्लाम धर्म को मानने वाले रोज़े रखते हैं और इबादत करते हैं। इस महीने के आखिरी जुमे का बहुत महत्व होता है। इसे ‘जमात-उल-विदा’ या ‘अलविदा जुमा’ के नाम से जाना जाता है। ‘जमात-उल-विदा’ एक अरबी शब्द है। इस शब्द का अर्थ है जुम्मे की विदाई यानि रमजान का आखिरी शुक्रवार या जुमा। इस्लाम में शुक्रवार यानी जुमे के दिन का बहुत महत्व होता है। आइए जानते हैं अलविदा जुमा के महत्व के बारे में। 

कब है अलविदा जुमा

साल 2024 में अलविद जुमा 5 अप्रैल को है। 5 अप्रैल को रमज़ान का आखिरी जुमा है। रमज़ान का महीना 11 मार्च से शुरु हुआ था और 10 अप्रैल को ईद-उल-फितर मनाई जाएगी। 

इस्लाम में जुमे का दिन क्यों है खास 

इस्लाम में जुमे यानी शुक्रवार के दिन को बेहद खास बताया गया है। इस्लाम धर्म में मान्यता है कि अल्लाह ने हजरत आदम अलैहिस्सलाम दुनिया में भेजे गए पहले इंसान को जुमे के दिन बनाया था और जुमे के दिन ही हजरत आदम अलैहिस्सलाम को जन्नत से इस दुनिया में भेजा गया था। इसी दिन हजरत आदम अलैहिस्सलाम की तौबा कुबूल हुई थी और उन्हें जन्नत में भेजा गया था। इसके अलावा भी जुमे का दिन इस्लाम धर्म में कई और कारणों से महत्व है। अगर हम बात करें अलविदा जुमे की तो हदीस में अलविदा जुमे के बारे में अलग से कोई ज़िक्र नहीं आता है। 

भारत में अलविदा जुमा 

जुमा का दिन तो हर मुसलमान के लिए खास होता ही है। लेकिन रमज़ान का जुमा और भी खास माना जाता है। क्योंकि रमज़ान के महीने को रहमतों का महीना कहा जाता है। अगर बात करें अलविदा जुमे की तो इस दिन कई लोग नए कपड़े पहनकर ईत्र लगाते हैं नमाज़ अदा करते हैं। मस्जिदों में जमात के साथ नमाज़ पढ़ी जाती है और खुतबा भी सुना जाता है। अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं और सभी के लिए दुआएं की जाती हैं। शाम के समय इफ्तार के लिए स्वादिष्ट खाना बनाया जाता है। 

डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई जानकारी इंटरनेट और जानकारों की मदद से ली गई है। जागरण टीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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